माकपा का भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन
यह प्रदर्शन केरल में आरएसएस के आतंक तथा उनके द्वारा सीपीएम के काडरों की लगातार जा रही हत्याओं के खिलाफ था

नई दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने महासचिव सीताराम येचुरी, पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषिणी अली, मो0 सलीम, बी.वी. रघुवुलु एवं अन्य केंद्रीय कमेटी के साथियों सुरेन्द्र मालिक, पी.एम.ग्रेवाल, मरियम ढव्ले के नेतृत्व में विट्ठल भाई पटेल हाउस सीपीएम दिल्ली राज्य कमेटी के कार्यालय से जुलूस निकालकर भाजपा के केंद्रीय कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।
यह प्रदर्शन केरल में आरएसएस के आतंक तथा उनके द्वारा सीपीएम के काडरों की लगातार जा रही हत्याओं के खिलाफ था। जब से आरएसएस-भाजपा केंद्र में सत्ता में आई है तबसे लगातार सीपीएम के कार्यकर्ताओं और हमदर्दों पर लगातार हमले किये जा रहे हैं। गौरक्षा, लवजिहाद और छद्म राष्ट्रवाद के नाम पर की जा रही हत्याएं उनकी घृणा पर आधारित राजनीति का नमूना है।
पूरे रैली के दरमियान 'आरएसएस का आतंकवाद मुर्दाबाद', 'आतंकी आरएसएस मुर्दाबाद', 'आरएसएस-भाजपा घृणा की राजनीति बंद' करो तथा 'आरएसएस-भाजपा खूनी राजनीति बंद करो' के नारे गूंजते रहे। जुलूस को भाजपा के मुख्यालय पर भारी पुलिस बल से रोका गया और वहीं आगे की सभा चलाई गई। सभा का संचालन के.एम. तिवारी सचिव सीपीएम दिल्ली राज्य कमेटी ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए सीताराम येचुरी ने कहा कि आरएसएस-भाजपा के द्वारा किया जा रहे सीपीएम कार्यकर्ताओं की हत्याओं के विपरीत भाजपा की जन रक्षा यात्रा उल्टे चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है। 2001 से 2017 तक 85 सीपीएम के कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है। इस जन रक्षा यात्रा के बहाने दरअसल अमित शाह के बेटे के मनी लाँडरिंग कांड से ध्यान भटकाने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया है।
पोलित ब्यूरो सदस्य मो0 सलीम ने मोदी और अमित शाह को 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' बताया। उन्होंने कहा कि यह सीपीएम ही है जो आज देश मेंसाम्प्रदायिक सद्भाव को बचाने के हमेशा खड़ी रहती है जबकि आरएसएस विचारधारा समाज के लिए अभिशाप है। हम जनता की फौलादी एकता को बचाने के लिए लड़ेंगे चाहे लड़ते हुए मरना क्यों न पड़े।
सीपीएम के पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषिणी अली ने भाजपा की जन रक्षा यात्रा को आरएसएस रक्षा यात्रा करार दिया। दरअसल आरएसएस की 5 दशकों के खूनी राजनीति का पर्दाफाश हुआ है। यही वह घृणा पर आधारित राजनीति है जिसने अखलाक, पहलू खां और जुनैद की हत्या करवायी। हमने केरल में प्रशासन पुलिस का सहारा यात्रा को रोकने में नही किया, क्योंकि हम लोग जनवाद में विश्वास करते हैं। इनके यात्रा की समाप्ति के बाद केरल की सड़कों पर हम व्यापक जन लामबंदी करेंगे जिससे पूरी दुनिया को दिख जाएगा कि केरल की जनता सीपीएम के साथ है।


