कोविड-19: बेंगलुरु में हॉस्टल और आवासीय स्कूलों को सैनिटाइज की जरुरत
कर्नाटक में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मद्देनजर पिछले दो महीने से अधिक समय से संस्थागत क्वारंटीन के तहत कुल 50,000 लोगों को राज्य के 800 से अधिक आवासीय स्कूलों और हॉस्टलों में रखा गया है,

बेंगलुरु । कर्नाटक में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मद्देनजर पिछले दो महीने से अधिक समय से संस्थागत क्वारंटीन के तहत कुल 50,000 लोगों को राज्य के 800 से अधिक आवासीय स्कूलों और हॉस्टलों में रखा गया है, जो अधिकारियों के लिए चुनौती बनी हुई है।
स्वास्थ्य विभाग ने इन इमारतों के बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान को शुरू किया है, जिसमें बेंगलुरु के एमजी रोड और प्रिमरोज़ रोड शामिल है और जिसमें सख्त स्वच्छता नियमों के अलावा मानक अभियान प्रक्रिया (एसओपी) के तहत अभिभावकों के आने पर भी प्रतिबंध भी शामिल है।
समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित स्कूलों और हॉस्टलों में छात्रों को ठहराने आवश्यकता है, क्योंकि अगस्त में स्कूलों और कॉलेजों को फिर से खोलने की बात सामने आ रही हैं।
विभाग के मुख्य सचिव कुमार नाइक ने सोमवार को कहा, “हमने राज्य स्तरीय कमेटी का गठन किया है जिसमें शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हैं। हम स्कूलों और हॉस्टलों को खोलने की घोषणा से पहले सभी तरह के सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करेंगे।”
एक अन्य अधिकारी ने कहा, “क्वारंटीन की प्रक्रिया पूरी होने के साथ हम सभी इमारतें के कमरों, वॉशरूम और रसोई की सफाई कराने के साथ धुआं लगाएंगे। वर्तमान में हमारी इन इमारतों में मरीजों को क्वारंटीन किया गया है और हम इस बीच इमारत को खाली नहीं करा सकते हैं।”
विभाग की ओर से उपलब्ध आंकड़ाें के अनुसार अन्य राज्यों से आए अधिकतर लोगों को इन इमारतों में क्वारंटीन किया गया है। राज्य के आवासीय स्कूलों में 22 हजार से अधिक और हॉस्टलों में 20 हजार लोगों को क्वारंटीन किया गया है।


