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राज्य भर में तैयार हो रहे हैं कोविड उपचार केन्द्र : विजयन

केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “कोविड फ़र्स्ट-लाइन उपचार केंद्र सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जिन्हें विशेष रूप से कोविड19 के प्रकोप से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है

राज्य भर में तैयार हो रहे हैं कोविड उपचार केन्द्र : विजयन
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तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने शनिवार को कहा कि चिकित्सा की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने और कोरोना वायरस (कोविड-19) के मरीजों की तेजी से बढ़ती हुई संख्या की जरुरतों को पूरा करने के लिए राज्य भर में कोविड फ़र्स्ट-लाइन उपचार केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।

श्री विजयन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “कोविड फ़र्स्ट-लाइन उपचार केंद्र सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जिन्हें विशेष रूप से कोविड-19 के प्रकोप से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इनका उपयोग आवश्यक सुविधाओं के साथ क्षेत्रीय केंद्रों के रूप में किया जाता है जो किसी सामुदायिक प्रसार की स्थिति में मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के कामकाज को प्रभावित नहीं करते हैं।”

इस बीच केरल में आज कोविड-19 संक्रमण के 593 नये मामलों की पुष्टि की गई। राज्य में कुल पुष्टि किए गए मामलों की संख्या अब 11,659 है। आज पाए गए मामलों में 364 संपर्क से संक्रमण के मामले हैं, 116 वो हैं जो विदेश से आए हैं, और 90 अन्य राज्यों से। 19 स्वास्थ्य कर्मचारी, और डीएससी और अग्निशमन बल के एक-एक कर्मी भी संक्रमित हैं। दो कोविड संबंधित मौतें भी हुईं हैं। वहीं 204 मरीज आज बीमारी से उबरे हैं।

स्थानीय स्व सरकारी निकायों ने फ़र्स्ट-लाइन के उपचार केंद्र स्थापित करने के लिए होटल, हॉल और कॉलेजों की पहचान की है। एलएसजी निकायों के तहत काम करने वाले इन केंद्रों की देखरेख संबंधित प्राथमिक / पारिवारिक / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या तालुक अस्पतालों द्वारा की जाएगी। यहां दवाइयां, पल्स ऑक्सिमीटर्स, बीपी उपकरण और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरण स्थापित किए जा रहे हैं। गतिविधियों का नेतृत्व विशेषज्ञ स्वास्थ्य प्रोफ़ेशनल्स द्वारा किया जा रहा है।

जैसे ही कोविड जांच का पॉजिटिव परिणाम जिला नियंत्रण कक्ष या संबंधित स्वास्थ्य सुविधा से आता है, तो रोगी को विशेष एम्बुलेंस में कोविड फर्स्ट-लाइन उपचार केंद्र में ले जाया जाएगा।

वर्तमान स्थिति में जिन लोगों का एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव है और कोई लक्षण नहीं है, उन्हें फर्स्ट लाइन ट्रीटमेंट सेंटर ले जाना होगा। जिन लोगों में लक्षण नहीं होते हैं उनमें बीमारी होने की संभावना अधिक होती है। इस तरह, कोरोना संक्रमण के सामुदायिक प्रसार की संभावना है। इसलिए, ये केंद्र उन लोगों के लिए उचित हैं जिन्हें कोई लक्षण नहीं हैं, पर वो पॉजिटिव हैं। ऐसे लोगों को स्वास्थ्य कर्मचारियों के निर्देशों का पालन करना चाहिए और बिना किसी आपत्ति के जाना चाहिए। एक बार जांच की रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद, उन्हें सरकारी मानदंडों के अनुसार केंद्र से वापस घर भेज दिया जाएगा।

कोविड अस्पतालों में वेंटिलेटर-आईसीयू सुविधाओं के साथ गंभीर रूप से बीमार रोगियों का इलाज किया जाता है, और कम गंभीर रूप से बीमार रोगियों का इलाज कोविड फर्स्ट-लाइन उपचार केंद्रों में किया जाएगा। प्रत्येक जिले में दो कोविड अस्पताल और फ़र्स्ट-लाइन के कोविड उपचार केंद्र स्थापित किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, “निजी अस्पतालों को कोविड-19 रोगियों का इलाज करने की भी अनुमति है। स्वास्थ्य विभाग, एलएसजी निकाय और आपदा प्रबंधन संयुक्त रूप से 50,000 बेड के साथ और अधिक उपचार केंद्र स्थापित कर रहे हैं। छोटे और मध्यम निजी अस्पतालों को भी फ़र्स्ट-लाइन के कोविड उपचार केंद्र चलाने की अनुमति होगी।”

श्री विजयन ने लॉकडाउन के दौरान सरकार और पुलिस के कानूनी निर्देशों और चेतावनियों को नजरअंदाज करने के लिए हाइपरमार्केट को भी चेतावनी दी। उनके गैर-जिम्मेदाराना रवैये से कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है। उन्होंने पुलिस को केरल संक्रामक रोग अध्यादेश सहित संबंधित कानूनों के तहत इन प्रतिष्ठानों के मालिकों और ऑपरेटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।


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