कोविड-19 : आगरा में मूर्तिकार बेरोजगार, रोटी को मोहताज
पूरे देश में इस वक्त लॉडाउन बना हुआ है, जिसकी वजह से तमाम लोग रोटी के लिए दूसरों की ओर देख रहे हैं

आगरा। पूरे देश में इस वक्त लॉडाउन बना हुआ है, जिसकी वजह से तमाम लोग रोटी के लिए दूसरों की ओर देख रहे हैं। काम न होने की वजह से लोग बेरोजगार हो गए हैं। आगरा के भगवान टॉकीज के पास सड़क पर तमाम ऐसे मूर्तिकार बैठे हुए हैं, जिनके पास इस वक्त काम नहीं है। आगरा के बीचों बीच शहर में मूर्तिकारों का काम बिल्कुल खत्म हो गया है और जो मूर्तियां पहले से बनाई थीं, वे बिकने का नाम नहीं ले रही हैं। गणेश चतुर्थी के त्योहार की वजह से 6 महीने पहले से ही ये मूर्तिकार गणेश की मूर्तियां बनाना शुरू कर देते हैं। ये स्टॉक में माल रखते हैं क्योंकि गणेश चतुर्थी पर इनके अनुसार ये सारा माल बिक जाता है।
एक मूर्तिकार का कहना है, हमे इस स्थिति के बारे में पता नहीं था। हमारे ऊपर 600000 रुपये का कर्जा हो गया है, जिसे हमने अपने माल में लगा दिए हैं। मूर्ति बनाने के लिए पानी की भी जरूरत होती है और पीने के लिए जरूरत होती है। न हमारे पास पीने का पानी है और न ही मूर्ति बनाने के लिए। खाने के लिए भी हम सड़कों पर लोगों का इंतजार कर रहे हैं। कोई आता है तो खाने के लिए दे जाता है, वरना भूखे ही सोना पड़ता है।
एक अन्य मूर्तिकार का कहना है कि हमारे पास 100 रुपये से लेकर 6000 रुपये तक की मूर्ति है, जिसे हम पहले से बना चुके हैं। अब माल भी खराब होने लगा है। समय पर पानी नहीं मिल पा रहा है। सूखने की वजह से मूर्तियां चटकने लग रही हैं, जिसकी वजह से हमें बार-बार मरम्मत भी करनी पड़ती है।


