पारिवारिक विवाद में चचेरे भाई ने की हत्या
रायपुर ! गणतंत्र दिवस के दिन ग्राम देवरी कुकेरा पारा से लापता सात वर्षीय नाबालिग बच्चे की शत प्रतिशत जली लाश पुलिस ने बरामद कर ली है।

26 जनवरी को लापता हुआ था बालक
पिता ने दर्ज कराया था अपहरण का मामला
धरसींवा के देवरी कुकेरा पारा गांव का मामला
क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को पकड़ा
रायपुर ! गणतंत्र दिवस के दिन ग्राम देवरी कुकेरा पारा से लापता सात वर्षीय नाबालिग बच्चे की शत प्रतिशत जली लाश पुलिस ने बरामद कर ली है। इस हत्या का आरोपी मृत बालक का चचेरा भाई है जो पारिवारिक विवाद के चलते अपने चाचा से नाराज था और उसका बदला लेने के लिए अपने चचेरे भाई का अपहरण कर गला-मुंह दबाकर हत्या कर दी। साथ ही अपना अपराध छुपाने के लिए दूसरे दिन उसे जला दिया। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।
खुलासे में पुलिस ने बताया कि धरसींवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम देवरी कुकेरा पारा निवासी दुर्जन साहू ने 27 जनवरी को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई की उनका 7 वर्षीय बालक केशव साहू 26 जनवरी दोपहर से लापता है। पहले इधर-उधर एवं रिश्तेदारों के यहां तलाश की लेकिन नही मिला। उसने शक जताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति उसके पुत्र को बहला फुसला कर ले गया। घटना को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक रायपुर ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रोटोकाल एवं पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच को निर्देशित किया। क्राइम ब्रांच की एक टीम को गांव भेजा गया जहां यह घटना घटित हुई थी। पतासाजी कर रही टीम को पता चला कि जिस दिन बच्चा गायब हुआ था, उसी दिन महाराष्ट्र से आए कुछ साधु गांव में घूम रहे थे। पुलिस की टीम वहां पहुंची जहां साधु लोग ठहरे हुए थे। पुलिस ने साधुओं से भी बच्चों के विषय में पूछताछ की लेकिन वहां से कुछ हासिल नही हुआ। पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण कर मामले में आगे बढऩा चाहती थी फिर भी कोई सुराग नही मिला। जो टीम गांव गई थी उसने कैंपनिंग करना शुरू किया साथ ही घटनास्थल पहुंचकर हर पहलुओं पर बारीकी से पकडऩा शुरू किया। साथ ही टीम में शामिल प्रधान आरक्षक राधाकांत पाण्डेय एवं सुखदेव निर्मलकर ने मुखबिर बनाया। उन्ही के एक मुखबिर ने जानकारी दी कि घटना के दिन अपहृत बालक को अंतिम बार गांव के दो बच्चे शिव साहू उर्फ चेतन एवं सोनू उर्फ ईश्वर साहू के साथ पास ही स्थित बाड़ी में खेलते देखा गया था। सूचना की पुष्टि के लिए गोपनीय तरीके से पुलिस ने उन बालकों से पूछताछ की। उन बच्चों ने पुलिस को बताया कि जब वे खेल रहे थे तभी उसी समय पड़ोस में रहने वाला मृत बालक केशव साहू के बड़े पिता का बेटा प्रेम साहू उर्फ राजू पिता गर्जन सिंह (26 वर्ष)उसे सायकिल में बैठाकर खलिहान (ब्यारा) की तरफ ले गया था। बच्चों से मिले इस सुराग पर पुलिस ने प्रेम साहू उर्फ राजू पर गोपनीय रूप से नजर रखे हुए थी। पुलिस को भी उसकी गतिविधियां संदिग्ध नजर आई तब पुलिस उसे पकडक़र पूछताछ करने के लिए थाने ले आई। पहले तो आरोपी ने पुलिस को काफी गुमराह करने की कोशिश की। जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो वह टूट गया और अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि केशव साहू के पिता दुर्जन साहू से लगातार हो रहे पारिवारिक विवाद के चलते वह क्षुब्ध था। जिसका वह बदला लेना चाहता था। इसी के चलते 26 जनवरी को बच्चे को अपने साथ खलिहान में ले गया और मुंह-गला दबाकर हत्या कर दी और उसके शव को खलिहान में पड़े धान के भूसा में छिपा दिया। परिजनों को उस पर शक न हो इसलिए वह भी चाचा के साथ चचेरे भाई केशव को ढूंढने का नाटक कर रहा था। हत्या के केस में फंस जाने के भय से वह दूसरे दिन रात में बच्चे के शव को भूसे से बाहर निकाला और 1 किलोमीटर दूर स्थित दूसरे खेत में गया और वहां रखे धान के पैरा में बच्चे का शव रखा और आग लगा दी। आरोपी द्वारा बताए गए स्थान पर पुलिस पहुंची और उसने पाया कि आरोपी सही बोल रहा है। पुलिस ने लगभग पूर्ण रूप से जली बच्चे की लाश को कब्जे में ले लिया। क्राइम ब्रांच ने इस मामले को अग्रिम कार्रवाई हेतु धरसींवा थाने के सुपुर्द कर दिया।


