कोर्ट की फटकार, सेंगर गिरफ्तार
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के कड़े रुख को देखते हुए उन्नाव के बहुचर्चित बलात्कार काण्ड के आरोप में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार कर लिया

लखनऊ। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के कड़े रुख को देखते हुए उन्नाव के बहुचर्चित बलात्कार काण्ड के आरोप में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार कर लिया। विधायक की गिरफ्तारी में लगातार देर होने की स्थिति को देखते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट इस मामले में आज फिर टिप्पणी करने से नहीं चूका कि सरकार को विधायक की गिरफ्तारी करने में आखिर अड़चन क्या है। न्यायालय ने सेंगर को तत्काल गिरफ्तार करने के आदेश दिए।
राज्य के प्रमुख सचिव गृह अरविन्द कुमार ने सेंगर की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी विधायक को हिरासत में लेने के बाद सीबीआई ने गहन पूछताछ की। पूछताछ के आधार पर रात करीब दस बजे उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, सेंगर तड़के पांच बजे से ही सीबीआई की हिरासत में था। सीबीआई की टीम उसे उन्नाव ले गयी। माखी थाने के पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की। सीबीआई ने पूछताछ के आधार पर सेंगर को गिरफ्तार कर लिया। सेंगर को कल अदालत में पेश किया जाएगा।
इस बीच सीबीआई आरोपी विधायक और उसके गुर्गों पर शिकंजा लगातार कसती जा रही है। उन सारे लोगों पूछताछ की जा रही है जो महिला से दुष्कर्म मामले और उसके पिता की मौत के मामले में किसी भी रूप में संदेह के घेरे में हैं। विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को हिरासत में लेने के बाद सीबीआई टीम दुष्कर्म पीड़िता का बयान लेने के लिए सुबह 10 बजे उन्नाव के उस होटल में पहुंची जहां पीड़ित परिवार को प्रशासन ने ठहराया है। होटल में पीड़िता और उसके परिवार के बयान लिए गए। इसी के साथ सीबीआई की चार सदस्यीय टीम माखी थाने पहुंची है। यहां पर मुकदमे की धाराओं में हेरफेर करने वाले और पीड़िता के पिता को जेल में डालने वाले एसओ अशोक सिंह भदौरिया, हलका इंचार्ज कामता प्रसाद से पूछताछ की। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई ने निलंबित किए गए 6 पुलिसकर्मियों को सेंगर के हिरासत में ले लिया है। इस बीच बांगरमऊ थाने के इंसपेक्टर अरुण देव द्विवेदी को टीम ने होटल में बुलाया। उनसे भी पूछताछ की। आरोप है कि पीड़िता ने जो शिकायतें दर्ज कराईं और जो अभिलेख कोर्ट में पेश किए गए, उनसे अरुण देव ने छेड़छाड़ की है।
इतना ही नहीं, सीबीआई टीम उन्नाव के सीएमओ डॉ. एसपी चौधरी को डीएम ऑफिस में बुलाकर पूछताछ की। जिला अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद उसे सुरक्षित रखने के भी निर्देश सीएमएस डॉ. डीके द्विवेदी को दिए गए हैं। चूंकि मामला काफी पहले से चल रहा है इसलिए पिछले साल जून में उन्नाव की एसपी रहीं नेहा पांडेय से भी टीम पूछताछ करने की तैयारी है। नेहा फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में हैं।
दूसरी ओर इलाहाबाद में हाई कोर्ट ने आज इस मामले में अपने फैसले कहा है कि आरोपित विधायक सेंगर की हिरासत काफी नहीं है उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। कोर्ट ने राज्य सरकार से दो मई तक मामले की प्रगति रिपोर्ट भी मांगी है। इसके अलावा कोर्ट ने कहा कि 20 जून 2017 में दर्ज एफआइआर के तीनों मुिल्जमों की जमानत रद्द कर उन्हें भी जेल भेजा जाये। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीबी भोंसले और न्यायमूर्ति सुनीत कुमार की खंडपीठ मामले की सुनवाई कर रही है।
गौरतलब है कि सीबीआई ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को उसके लखनऊ स्थित इंदिरानगर आवास से शुक्रवार को तड़के करीब 5 बजे हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ की जा रही है। विधायक पर पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। सीबीआई की लखनऊ इकाई ने आरोपित विधायक के खिलाफ दर्ज तीन मामलों की जांच कर रही है। उधर पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में उन्नाव जिला अस्पताल के 2 डॉक्टर डॉ. डीके द्वेदी (सीएमएस) और डॉ. प्रशांत उपाध्याय (ईएमओ) को निलंबित किया जा चुका है। सीओ सफीपुर कुंवर बहादुर सिंह को भी मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है।


