15 लाख बिजली कर्मचारियों और इंजीनियर की देश व्यापी हड़ताल
पुरानी पेंशन बहाली की मांग और बिजली का लगातार निजीकरण किये जाने के विरोध में पूरे देश के करीब 15 लाख कर्मचारी और इंजीनियर्स की आज हड़ताल पर हैं।

लखनऊ । पुरानी पेंशन बहाली की मांग और बिजली का लगातार निजीकरण किये जाने के विरोध में पूरे देश के करीब 15 लाख कर्मचारी और इंजीनियर्स की आज हड़ताल पर हैं और कर्मचारियों ने यहां शक्ति भवन के सामने प्रदर्शन किया और सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की ।
आल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र दूबे ने यहां कहा कि केंद्र और राज्य सरकार बिजली का लगातार निजी करण क रही है जिससे इसकी लागत बढ़ रही है जिसका बोझ उपभाेक्ताओं पर पड़ रहा है । केंद्र और राज्य सरकार की नीति कर्मचारी विरोधी है ।
उन्होंने कहा कि हड़ताल का आहवान नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रिसिटी इम्पलाईज और इंजीनियर्स ने किया है जिसमे उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, असम , बिहार और झारखंड के कर्मचारी शामिल हुये हैं । हालांकि उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों ने आपूर्ति सेवा बाधित नहीं की है ।


