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पार्षद समर्थकों ने विधायक के साथ की हाथापाई 

प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के कई जनप्रतिनिधियों के प्रति न सिर्फ नागरिकों बल्कि उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी खासा रोष है

पार्षद समर्थकों ने विधायक के साथ की हाथापाई 
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भोपाल। प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के कई जनप्रतिनिधियों के प्रति न सिर्फ नागरिकों बल्कि उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी खासा रोष है। इसकी एक बानगी आज शहर के वार्ड क्रमांक 83 में उस वक्त देखने को मिली,जबकि एक निर्माणाधीन कार्य का भूमिपूजन करने पहुंचे विधायक रामेश्वर शर्मा का उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय पार्षद के पति की अगुवाई में न सिर्फ विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया, बल्कि हाथापाई करने पर उतारू हो गए। इसके चलते विधायक को बेरंग लौटना पड़ा। खास बात यह रही कि इस दौरान भोपाल के सांसद आलोक संजर भी मौजूद थे।

दरअसल राजधानी भोपाल की हुजूर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा वार्ड 83 के सनखेड़ी क्षेत्र में एक निर्माणाधीन कार्य का भूमिपूजन करने सांसद आलोक संजर के साथ वार्ड 83 पहुँचे थे लेकिन पहले से मौजूद उन्हीं की पार्टी की पार्षद मनफूल मीणा और उनके पति श्याम मीणा अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे। विधायक व सांसद का वाहन पहुंचते ह इन लोगों ने भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए. लेकिन जैसे ही विधायक रामेश्वर शर्मा और सांसद आलोक संजर भूमिपूजन करने के लिए आगे बढ़े पार्षद पति ने उन्हें रोकते हुए पार्षद निधि से काम होने का हवाला दिया और पहले ही इस काम का भूमिपूजन पार्षद द्वारा कर दिए जाने की बात कही।

लेकिन विधायक और उनके समर्थक इस कार्य के लिये पुन: भूमि पूजन करने पर अड़े रहे। इस पर पार्षद और उनके समर्थकों ने विरोध करते हुए भाजपा जिंदाबाद और विधायक मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान मौके पर मौजूद सांसद आलोक संजर दोनों पक्षों के बीच में आए और विरोध कर रहे लोगों को समझाइश देने की कोशिश करने लगे। इस बीच दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई और बात हाथापाई तक पहुंच गई। इस दौरान जमकर अशलील भाषा का प्रयोग भी हुआ।

इससे पहले यह घटना संघर्ष में तब्दील होती विधायक श्री शर्मा मौके की नजाकत को भांपते हुए किसी तरह अपने वाहन तक पहुंचे और वापस रवाना हो गए। उनके जाने के बाद सांसद श्री संजर ने उग्र लोगों को शांत कराया और फिर वे भी वापस चले गए। इस दौरान वहां उपस्थित पुलिस भी मूक दर्शक की भूमिका में दिखी। यहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने दबी जबान से कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है जब तक किसी पक्ष की शिकायत नहीं होगी हम कार्रवाई कैसे कर सकते हैं।


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