आवासीय प्रशिक्षण में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को परोसा जा रहा बासी भोजन- कविता साहू
आंगनबाड़ी केन्द्रो के महिला कार्यकर्ता को दिये जा रहे आवासीय प्रशिक्षण में अव्यवस्था के चलते कई महिला कार्यकर्ता रात नही रूक रहे है

बेमेतरा। आंगनबाड़ी केन्द्रो के महिला कार्यकर्ता को दिये जा रहे आवासीय प्रशिक्षण में अव्यवस्था के चलते कई महिला कार्यकर्ता रात नही रूक रहे है। इस बात की षिकायत जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू ने कलेक्टर से भी किया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाले आंगनबाड़ी केन्द्रो के महिला कार्यकर्ताओं को संस्कार अभियान के तहत प्रारंभिक बाल्यावस्था देख-रेख एवं षिक्षा को लागू करने के लिये 6 दिवसीय प्रषिक्षण कार्यकर्ता की शुरूआत बीते 5 फरवरी से हुआ है।
जिले के चारों विकासख्ंाडो के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रषिक्षण दिया जाता है। इसके पहले बैच में चारो ब्लाक के 40-40 महिला कार्यकर्ताओं को प्रषिक्षण देने एवं रूकने की व्यवस्था की गई है। इसके लिये नगर के गांधी भवन, प्रभा वाटिका, साहू सदन, गुरूसिंग सभा भवन में व्यवस्था की गई है। जहां पर महिला कार्यकर्ताओं को मास्टर टैनर्स के द्वारा प्रषिक्षण दिया जाता है।
प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं के लिये दोनो समय भोजन की व्यवस्था विभाग के द्वारा किया जा रहा हैं। जिसका आकस्मिक निरीक्षण करते बीते 7 फरवरी को जिला पंचायत अध्यक्ष कविता साहू गांधी भवन पहुंची।
जहां पर अव्यवस्था के बारे में अध्यक्ष को षिकायत किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष कविता साहू ने बताया कि महिला कार्यकर्ताओ को सुबह का पका चावल रात के समय गरम करके दिया गया था। जिससे कई महिलाओं ने रात को भोजन नही किया। इसी तरह रात रूकने वाले महिलाओं के सोने हेतु पर्याप्त व्यवस्था नही किया गया। इसलिये रात को रूकने वाले महिलाओं को स्वयं व्यवस्था करनी पड़ी।
अव्यवस्था के चलते नहीं रूकती अनेक महिलाएं
जिला पंचायत अध्यक्ष कविता साहू ने बताया कि प्रषिक्षण में शामिल होने आये महिला कार्यकर्ताओ को पर्याप्त सुविधा नही मिलने के कारण रात को महिला यहां नही रूकते है। यही कारण है कि गांधी भवन में 7 फरवरी को बेमेतरा ब्लाक के सात आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बेरला विकासखंड के 13 कार्यकर्ता, साजा विकासखंड के 11 महिला कार्यकर्ता ही रूके हुये थे।
उन्होने बताया कि यहां पानी और शौचालय की अव्यवस्था के कारण महिला कार्यकर्ता नही रूक रहे है। इस संबंध में जिला पंचायत अध्यक्ष ने कलेक्टर को अवगत कराते अव्यवस्था को लेकर षिकायत की। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम को निर्देश दिया और एसडीएम के निर्देष पर एक पटवारी को भेजा गया।
''भोजन ताजा बन रहा है। वही महिलाओं के रूकने के लिये 4 अलग-अलग स्थानो सहित रहने, सोने के लिये गद्दा व कंबल की व्यवस्था की गई है। उन्होने बताया कि आवासीय प्रशिक्षण जरूर है लेकिन जिनका घर मुख्यालय के आसपास है, ऐसे महिलाये प्रषिक्षण पष्चात् अपने घर वापस चले जाते है। शुरूआती दौर में थोड़ी परेशानी होती है परंन्तु व्यवस्था में कही कोई कमी नही हैं।
सी.पी. शर्मा परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग


