मोदी सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल में महंगाई चरम सीमा पर पहुंची: कौकब कादरी
बिहार कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन के बयान कि वर्ष 2014 के बाद देश की अर्थव्यवस्था ने पीछे की ओर छलांग लगाई है

पटना। बिहार कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन के बयान कि वर्ष 2014 के बाद देश की अर्थव्यवस्था ने पीछे की ओर छलांग लगाई है को लेकर नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार की टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुये आज कहा कि ऐसा कर कुमार आसमान छूती महंगाई की मार झेल रहे लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे है।
कादरी ने यहां कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल में महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गयी है तथा आम जनजीवन त्रस्त है।
ऐसे में विश्व के जाने-माने अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन के बयान पर केन्द्र सरकार के एक अदना कर्मचारी द्वारा प्रश्न उठाना देश की जनता को गुमराह करने का प्रयास है।
प्रभारी अध्यक्ष ने कहा कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चौथे सप्ताह में गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में देश पर विदेशी ऋण का बोझ 440.6 अरब डाॅलर था जो वर्ष 2018 में बढ़कर 513.6 अरब डाॅलर हो गया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में एक डाॅलर का मूल्य 59 रुपये था जो 2018 में बढ़कर 69.9 रुपये हो गया।


