कोरबा वेस्ट प्लांट के भूमि अधिग्रहण में फर्जीवाड़ा
मरवाही विधायक अमित जोगी द्वारा लगाए गए सवाल पर राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय आज विधानसभा में घिर गए

पेण्ड्रा। मरवाही विधायक अमित जोगी द्वारा लगाए गए सवाल पर राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय आज विधानसभा में घिर गए। अपरिहार्य कारणों से अमित जोगी विधानसभा नहीं आ पाए और उनकी अनुपस्थिति में गुंडरदेही विधायक आरके राय ने सवालों की झड़ी लगा कर राजस्व मंत्री को घेरा।
विधायक राय ने रायगढ़ विधानसभा में अमलीभैना में कोरबा वेस्ट प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण का मुद्दा उठाया और मंत्री से पूछा की क्या आदिवासियों की भूमि अधिग्रहित की गयी है। मंत्री ने आदिवासियों की भूमि अधिग्रहित किये जाने की बात स्वीकारी और भू-अर्जन अधिनियम 1894 के तहत भूमि अधिग्रहित किये जाने की बात करी।
पूरक प्रश्नों के माध्यम से श्री राय ने जानना चाहा कि अधिग्रहित की गयी भूमि में से क्या कुछ भूमि रायपुर के आदिवासियों द्वारा पहले खरीदी गयी है और क्या रिकॉर्डों के अनुसार यह खरीददार मजदूर वर्ग के लोग हैं जिनके पास राशन कार्ड भी है। इन मजदूरों के पास जमीन खरीदने के लिए इतने पैसे कहाँ से आये। आर के राय ने राजस्व मंत्री से जमीन खरीददारों का पूरा ब्यौरा देने की मांग करी। मंत्री श्री पाण्डेय इनमें से एक भी जानकारी नहीं दे पाए।
विधायक राय ने इस घटना को बी बी सी न्यूज़ द्वारा प्रसारित किये जाने का भी उल्लेख किया और जानना चाहा कि जिन अधिकारियों की मिलीभगत से आदिवासियों की जमीन के साथ फर्जीवाड़ा करके उद्योगपतियों को फ़ायदा पहुँचाया गया है क्या ऐसे अधिकारीयों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। राजस्व मंत्री सिर्फ गोलमोल जवाब देते रहे।
श्री राय को विधायक अमरजीत भगत का भी समर्थन मिला। अमरजीत भगत ने राजस्व मंत्री से पूछा कि कोरबा वेस्ट प्लांट का वर्तमान में मालिकाना हक़ किसके पास है और क्या सभी प्रभावित आदिवासियों को मुआवजा मिल चुका है। मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने कोरबा वेस्ट प्लांट के मालिकाना हक़ के सम्बन्ध में स्थिति स्पष्ट नहीं की।


