कलेक्टोरेट में शिकायत शाखा दुरूस्त
कलेक्टोरेट में शिकायत शाखा को पूरी तरह चुस्त, दुरूस्त किया जायेगा। पिछले तीन वर्षों में जितने भी पत्र इस शाखा में प्राप्त हुए हैं
बिलासपुर। कलेक्टोरेट में शिकायत शाखा को पूरी तरह चुस्त, दुरूस्त किया जायेगा। पिछले तीन वर्षों में जितने भी पत्र इस शाखा में प्राप्त हुए हैं। उनकी फोटोकापी कराई जायेगी। कलेक्टर श्री पी. दयानंद ने आज टी.एल. की बैठक में उक्ताशय का निर्देश दिया।
कलेक्टर ने एक माह के भीतर शिकायत शाखा को दुरूस्त करने का निर्देश दिया है। शिकायतों की फोटोकापी मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा जायेगा। कलेक्टर ने एसडीएम, तहसील व जनपदों के कार्यालयों में वर्क कल्चर बनाने का निर्देश दिया। इन कार्यालयों में आने वाले आम जनता को अनुकूल माहौल मिले तथा उनका कार्य समय पर हो जाए, जिससे बार-बार उन्हें चक्कर लगाने की जरूरत न पड़े। कलेक्टर ने बेजा कब्जा की शिकायतों को लंबित रखने पर नाराजगी जताई। भू-अर्जन के बाद अवार्ड पारित कराने एवं मुआवजा के लिए भी लोगों को बहुत चक्कर काटना पड़ता है। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि मुआवजा वाले प्रकरण समयसीमा में निराकृत हों।
जाति प्रमाण पत्र बनाने स्कूलों में जाएंगे पटवारी
कलेक्टर ने स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य की धीमी गति पर असंतोष जताया। उन्होंने स्कूलों में ही कैम्प लगाकर जाति प्रमाण पत्र के लिए जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराने कहा। पटवारी को अपने हल्के में प्रत्येक सोमवार एवं मंगलवार को बैठना है बाकी दिनों में वे स्कूलों में बैठेंगे और जाति प्रमाण पत्र के लिए छात्रों को मिसल संबंधी दस्तावेज उपलब्ध करायेंगे। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को आवश्यकतानुसार फार्म उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। एसडीएम अपने क्षेत्र के बीईओ के साथ बैठकर जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य की समीक्षा करेंगे। जिले में इस वर्ष लोक सुराज अभियान में प्राप्त 1833 आवेदन लंबित है, जिसमें 208 शिकायते हैं। कलेक्टर ने हफ्ते भीतर इन आवेदनों का निराकरण सुनिश्चित करने कहा। अभियान के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को स्वीकृत कर दिया गया है। कलेक्टर ने माह भीतर स्वीकृत कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया।
42 लाख से अधिक पौधे रोपे जाएंगे
बारिश के दौरान जिले में 42 लाख 57 हजार पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है। पौधरोपण के लिए कलेक्टोरेट में पौधे वितरित किए जायेंगे। कलेक्टर ने सड़क किनारे वृक्षारोपण की उचित तरीके से प्लानिंग करने कहा। नगर निगम क्षेत्र में वृक्षारोपण और उसकी सुरक्षा के लिए एनजीओ, वालेंटियर्स को जिम्मेदारी दी जायेगी। जिन सड़कों के चौड़ीकरण के लिए पेड़ काटे गए हैं, वहां दस गुना पेड़ लगाने के लिए कलेक्टर ने प्रतिबद्धता जताई। विकासखण्डों तथा ग्राम पंचायतों में भी वृक्षारोपण करने का निर्देश दिया।
ग्रामीण क्षेत्रों में चांवल उत्सव के दिन ग्रामीणों को पौधे भी बांटे जायेंगे। कोई भी स्कूल या आंगनबाड़ी पौधरोपण सेे वंचित न हो, वहां फलदार पौधे लगाए जाएं। जिन स्कूलों में बाउंड्रीवाल नहीं है वहां ट्री गार्ड लगाने के निर्देश दिये। लोक सेवा केन्द्रों में उपलब्ध सेवाओं की समीक्षा की। जो भी आवेदन लिए जाने हैं, उनकी प्राप्ति की रसीद दी जाये। आवेदनों का निराकरण समयसीमा में हो। एसडीएम व तहसीलदार केन्द्रों का निरीक्षण करें। सामान्य सेवा केन्द्रों में डिजिटल लेन-देन की सुविधा लोगों को मिले।
कलेक्टर ने स्कूलों में नि:शुल्क गणवेश व पुस्तक समय पर उपलब्ध कराने कहा। आंगनबाड़ी छोड़ने वाले शत्-प्रतिशत बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाये। कलेक्टर ने भवनविहीन आंगनबाड़ी केन्द्रों की समीक्षा की। जिले में संचालित 2667 आंगनबाड़ी केन्द्रों में से 2280 केन्द्रों के लिए भवन स्वीकृत है। जिनमें से 266 निर्माणाधीन है। 247 भवन अप्रारंभ है। कलेक्टर ने कहा कि एक भी आंगनबाड़ी भवन विहीन न हो। जिन स्कूलों में शौचालय मरम्मत की आवश्यकता है वहां पंचायतों को मरम्मत कराने की जवाबदारी दी जाये।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती फरिहा आलम सिद्दकी, अतिरिक्त कलेक्टर श्री के.डी. कुंजाम, पेण्ड्रारोड एसडीएम ऋचा प्रकाश चौधरी, संयुक्त कलेक्टर श्री राजेन्द्र गुप्ता सहित सभी एसडीएम, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा वीडियो कान्फ्रेसिंग के द्वारा सभी विकासखण्डों के अधिकारी उपस्थित थे।


