दिल्ली में शौचालय से लेकर पुस्तकालय की लोकेशन बताएगा निगम का नया मोबाइल एप्प
आप राष्ट्रीय राजधानी के किसी भी इलाके में है और आपको नजदीकी शौचालय की जानकारी नहीं है या पुलिस में शिकायत देनी है, मैट्रो रेल से सफर करना है

नई दिल्ली। आप राष्ट्रीय राजधानी के किसी भी इलाके में है और आपको नजदीकी शौचालय की जानकारी नहीं है या पुलिस में शिकायत देनी है, मैट्रो रेल से सफर करना है, गाड़ी में पेट्रोल डलवाना है अथवा गाड़ी खड़ी करने के लिए अधिकृत पार्किंग स्थल तक पहुंचना है, तो किसी से पूछने की जरुरत नहीं है।
ये सब जानकारी अब आपको, अपने स्मार्टफोन पर ही आसानी से मिल सकेगी। इसके लिए आपको गूगल प्ले स्टोर से सिर्फ एक मोबाइल एप्प, अपने एंड्रॉयड फोन पर डाउनलोड करना पड़ेगा, जिसका नाम है 311 एप्लीकेशन। इस पर उत्तरी, पूर्वी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से संबंधित शिकायतें भी दर्ज कराई जा सकेंगी।
दरअसल, राजनिवास में आयोजित एक संक्षिप्त समारोह के दौरान उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को दिल्ली के तीनों नगर निगमों के लिए मोबाइल एप्प 311 का शुभारंभ किया। इस मौके पर उत्तरी दिल्ली की महापौर प्रीती अग्रवाल, पूर्वी दिल्ली की महापौर नीमा भगत और दक्षिणी दिल्ली की महापौर कमलजीत सहरावत के साथ स्थायी समिति अध्यक्ष , तीनों निगमायुक्त और दक्षिणी निगम के अपर आयुक्त व आईटी विभाग के उपायुक्त जेएल गुप्ता भी मौजूद थे। इस मोबाइल एप्प 311 में राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद तमाम सार्वजनिक शौचालयों, पुलिस स्टेशनों, मैट्रो स्टेशनों, पेट्रोल पंपों और पार्किंग स्थलों के साथ अस्पतालों, बस स्टैंडों, पशु चिकित्सा केंद्रों, पुस्तकालयों, जिम और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की लोकेशन उपलब्ध कराई गई है।
इसकी सहायता से नागरिक उक्त स्थानों को महज एक क्लिक पर ढूंढ सकेंगे और जरुरत के मुताबिक, उक्त स्थानों पर आसानी से पहुंच सकेंगे। वहीं, आपात सेवाओं के लिए नियंत्रण कक्ष, अग्निशमन सेवा, एम्बुलेंस, आपदा प्रबंधन और महिला हेल्पलाइन के साथ भी संपर्क किया जा सकेगा। नोडल एजेंसी होने के नाते दक्षिणी निगम ने एप्प के शुभारंभ में महत्वपूर्ण योगदान दिया है ताकि राजधानी के कुल 94 प्रतिशत क्षेत्र में तीनों नगर निगमों के निवासियों को सुविधा मिल सके। गौरतलब है कि मोबाइल एप्प 311 का आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के स्वच्छता एप्प के साथ सम्मिलन कर दिया गया है।
लोगों की मोबाइल एप्प 311 पर की गई शिकायतों को स्वच्छता एप्प में भी साथ साथ भेजा जाएगा। शिकायत दर्ज कराते ही पूरा विवरण अपने आप स्वच्छता एप्प में भी दर्ज हो जाएगा। शिकायतकर्ता अपनी शिकायत की स्थिति, संबंधित अधिकारी का विवरण, प्रगति और समाधान की स्थिति की जांच कर सकेगा।


