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चीन से लाए गए 645 भारतीय की जांच में नहीं मिला कोरोनावायरस

दिल्ली व हरियाणा के दो अलग-अलग कैंपों में रह रहे चीन से आए सभी 645 भारतीय कोरोनावायरस से पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

चीन से लाए गए 645 भारतीय की जांच में नहीं मिला कोरोनावायरस
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नई दिल्ली | दिल्ली व हरियाणा के दो अलग-अलग कैंपों में रह रहे चीन से आए सभी 645 भारतीय कोरोनावायरस से पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इन सभी 645 भारतीयों में कोरोनावायरस का कोई विषाणु नहीं पाया गया है। ये वे भारतीय हैं जो कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच चीन के वुहान प्रांत में फंस गए थे। भारत सरकार की पहल पर इन भारतीय नागरिकों को दो फरवरी की सुबह विशेष विमान के जरिए दिल्ली लाकर कैंपों में रखा गया है।

गौरतलब है कि वुहान ही चीन का वह प्रांत है, जहां कोरोनावायरस सबसे अधिक फैला है।

वुहान से भारत लौटने वाले इन लोगों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं जो पढ़ाई के लिए वुहान गए थे। इनमें 399 छात्रों को बाहरी दिल्ली स्थित आईटीबीपी के छावला कैंप और शेष सभी लोगों को मानेसर स्थित सेना के कैंप में रखा गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "चीन से लौटे इन सभी 645 भारतीयों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट से पता लगा है कि ये सभी छात्र व अन्य व्यक्ति कोरोनावायरस से पूरी तरह सुरक्षित हैं।"

स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन से आए इन सभी लोगों को अन्य सभी लोगों से अलग एकांत कैंप में रखा है। यहां इन लोगों को चौबीसों घंटे विशेष मास्क लगाने की हिदायत दी गई है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम व कुछ अन्य लोगों को अलावा इन कैंपों में कोई और बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता। कोरोनावायरस से ग्रसित न होने के बावजूद इन लोगों को फिलहाल 14 दिन का समय इस एकांत कैंप में ही बिताना पड़ेगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया, "कोरोनावायरस का असर जानने के लिए संदिग्ध व्यक्ति को 14 दिन एकांत में रखा जा रहा है। इस दौरान यदि किसी व्यक्ति में कोरोनावायरस को कोई छुपा हुआ असर हो तो वह उभर के सामने आ सकता है और डॉक्टर लक्ष्णों की जांच कर तुरंत उपचार प्रक्रिया आरंभ कर सकते हैं।"

नोवेल कोरोनावायरस का संक्रमण देश में न फैल सके, इसके लिए फिलहाल पांच हजार से अधिक लोगों को उनके घर के भीतर अन्य लोगों से अलग निगरानी में रखा गया है। ये वे लोग हैं, जिन्होंने 15 जनवरी या उसके बाद चीन की यात्रा की अथवा इस दौरान चीन की यात्रा करने वाले लोगों के संपर्क में थे।

स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव प्रीति सूदन ने बताया, "कोरोनावायरस की जांच के लिए कुल 741 नमूने लिए गए। इन नमूनों की जांच में 738 नमूने नेगेटिव पाए गए हैं। तीन नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं। कोरोनावायरस से ग्रस्त तीनों रोगी चीन से लौटे हैं और फिलहाल केरल में है। अभी तक 5123 व्यक्तियों को देशभर में घर के अंदर ही निगरानी में रखा गया है।"

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश की विभिन्न राज्य सरकारों से कहा है कि वह कोरोनावायरस को लेकर अपने अपने राज्यों में जागरूकता अभियान चलाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने कहा कि जिन राज्यों में हवाईअड्डे और बंदरगाह नहीं हैं, ऐसे राज्यों में टोल प्लाजा, बसअड्डों तथा रेलवे स्टेशनों पर विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

टोल प्लाजा पर कोरोनावायरस को लेकर जागरूकता फैलाने का काम दिल्ली के आसपास स्थित शहरों में शुरू किया जा चुका है। हरियाणा के हिसार, सिरसा समेत कई स्थानों पर टोल प्लाजा, रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर विशेषज्ञों ने यात्रियों को कोरोनावायरस के प्रति जागरूक बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसके तहत लोगों से बात करके, उन्हें लिखित सामग्री देकर व बैनर, होर्डिग के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।


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