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कोरोनावायरस : नामी डाक्टरों की सलाह, रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर हो तैयारी

डॉ. नरेश त्रेहन और डॉ. के.के. अग्रवाल जैसे नामी डॉक्टरों का कहना है कि देश में कोरोनावायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर अस्थायी परीक्षण केंद्र की पर्याप्त व्यवस्था करने की आवश्यकता है

कोरोनावायरस : नामी डाक्टरों की सलाह, रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर हो तैयारी
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नई दिल्ली। डॉ. नरेश त्रेहन और डॉ. के.के. अग्रवाल जैसे नामी डॉक्टरों का कहना है कि देश में कोरोनावायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर अस्थायी परीक्षण केंद्र की पर्याप्त व्यवस्था करने की आवश्यकता है।

पद्मभूषण डॉ. त्रेहन ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि प्रयोशालाएं स्थापित करने के साथ-साथ समाज, कॉरपोरेट सेक्टर और सरकार को अनावश्यक कार्यक्रमों को अगले दो-तीन सप्ताह के लिए स्थगित कर देना चाहिए और लोगों की बड़ी सार्वजनिक सभाओं से बचना चाहिए इस खतरनाक वायरस को फैलने से रोका जा सके।

ख्याति प्राप्त हृदय रोग विशेषज्ञ और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए जो तैयारी की जानी चाहिए उसमें निस्संदेह देर हो गई, लेकिन अब जो लोग कलस्टर में हैं उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर इस बीमारी को रोकना पड़ेगा।

पद्मश्री डॉ. अग्रवाल ने कहा, "इस दिशा में शीघ्र कदम उठाया जाना चाहिए और कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उनकों अलग में रखा जाना चाहिए। वायरस को फैलने से रोकने के लिए यही सिर्फ एक विकल्प है।"

उन्होंने सलाह दी है कि जिन लोगों को बुखार और बुखार के साथ खांसी है, उन्हें अपने डॉक्टरों से बात करें।

चर्चित रेडियोलॉजिस्ट और आईएमए के पदाधिकारी संदीप शर्मा ने कहा कि देश के विभिन्न शहरों में और सभी पर्यटक स्थलों पर इसके लिए व्यापक जागरूकता फैलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गर्मी में तापमान बढ़ने पर कोराना का प्रभाव कम होगा।

शर्मा ने कोरोना वायरस के लक्षण वाले विदेशी पर्यटकों की पहचान करने के लिए होटल उद्योग द्वारा भी कदम उठाने की आवश्यकता है।

तत्काल एहतियात बरतने का सुझाव देते हुए डॉ. त्रेहन ने कहा, "सभी हवाईअड्डों और बंदरगाहों व अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं जहां से पर्यटक आते हैं, वहां भारत में प्रवेश के स्थलों पर जांच की व्यवस्था की जानी चाहिए।"

उन्होंने कहा कि वायरस का प्रसार इससे प्रभावित लोगों से होता है, इसलिए अगर किसी को खांसी, जुकाम और बुखार है उनको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और इसमें देर नहीं करनी चाहिए।

डॉ. त्रेहन ने कहा कि कहीं यात्रा पर जाना हो या सार्वजनिक जगहों पर जाना हो तो मास्क पहन कर जाएं।

उन्होंने कहा कि किसी से हाथ मिलाने के बजाय उनको नमस्ते ही करें। डॉ. त्रेहन ने कहा कि सरकार को परीक्षण की सुविधाएं बढ़ानी चाहिए।


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