कोरोना वायरस : मेट्रो खाली, ऑटो को नहीं मिल रहे यात्री
कोरोना वायरस के डर से न सिर्फ उद्योग व फिल्म जगत प्रभावित हुआ है, बल्कि इससे दिल्ली में यात्रियों को ऑटो रिक्शा मिलना भी मुश्किल हो गया है

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के डर से न सिर्फ उद्योग व फिल्म जगत प्रभावित हुआ है, बल्कि इससे दिल्ली में यात्रियों को ऑटो रिक्शा मिलना भी मुश्किल हो गया है। ऑटो चलाकर अपना जीविकोपार्जन करने वाले जितेंद्र ने कहा, "लोगों में बहुत घबराहट है। इसका हम पर भी असर पड़ रहा है। पहले हम 500 रुपये से 600 रुपये प्रतिदिन कमाते थे। अब यह घटकर 200 रुपये से 250 रुपये प्रति दिन रह गया है।"
जितेंद्र, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।
हालांकि, कई कार्यालयों ने अपने कर्मचारियों को घर से कार्य करने को कहा है। आईएएनएस ने हौज खास मेट्रो स्टेशन के बाहर आधे घंटे से यात्रियों का इंतजार कर रहे इस तरह के ऑटो रिक्शा चालकों से बात की।
उनमें से कई यात्रियों को रियायती दर पर ले जाने को तैयार दिखाई दिए, लेकिन यात्रियों की कमी की वजह से वे ऐसा नहीं कर पा रहे थे।
हालांकि, वे भी स्वच्छता को लेकर सावधानी बरत रहे थे। उनमें से कई हैंड सेनिटाइजर का नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं।
एक अन्य ऑटो चालक ने कहा, "क्या करें सर, ख्याल तो रखना पड़ेगा न।"
सुबह 11 बजे जब हौज खास मेट्रो स्टेशन यात्रियों की हलचल से पूरी तरह गुलजार रहता था वह अब सुनसान दिखाई दे रहा था। कभी-कभी एक दो लोग अंदर जा रहे थे व बाहर आ रहे थे। मास्क पहनी एक महिला सीढ़ियों की सफाई करती दिखाई दी। दिल्ली मेट्रो कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सफाई मुहिम में लगी हुई है।


