उप्र में कोरोना पसार रहा पैर, मामलों की संख्या 433 हुई
उत्तर प्रदेश में कोराना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोराना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को 11 नए पॉजिटिव मामले सामने आए। प्रदेश में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 433 हो गई है। तबलीगी जमात के 245 संक्रमित मरीज मिले हैं। संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि अब तक इस बीमारी की चपेट में 40 जिले आ चुके हैं। सबसे अधिक 88 संक्रमित मरीजों की संख्या आगरा की है। इसके अलावा गौतमबुद्घ नगर (नोएडा) में 64, मेरठ में 44, लखनऊ में 29, गजियाबाद में 25, सहारनपुर में 20, शामली में 17, सीतापुर 10, फिरोजाबाद में 11, बस्ती में 9 और बुलंदशहर में 8 कोरोना पॉजटिव के मरीज मिले हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि 433 में से 32 मरीज उपचार के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अबतक 9442 आइसोलेशन बेड और 12119 क्वारंटीन बेड उपलब्ध करा दिए गए हैं और इन्हें बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि प्रदेश में अबतक 459 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। जबकि मेडिकल क्वारंटीन में 8671 लोग हैं। उन्होंने कहा कि अबतक 9041 सैंपल टेस्ट किए गए हैं जिसमें से 8250 की रिपोर्ट निगेटीव मिली है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि प्रदेश में अबतक 9 लैब में कोरोना सैंपल की जांच की जा रही है। जबकि प्रयागराज, आगरा, राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ और बरेली के मेडिकल कालेज लैब को आईसीएमआर से स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही इनमें भी टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि कोरोना पॉजिटीव केस के उपचार के लिए प्रदेश में त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की गई है। उन्होंने बताया कि केवल कोरोना पॉजिटीव केस के उपचार के लिए प्रदेश में लेयर वन में 78 अस्पताल हैं। इसी प्रकार लेयर टू में केवल कोरोना पॉजिटीव केस के उपचार के लिए ही 13 प्राइवेट व 6 सरकारी अस्पताल है। इसके अलावा लेयर टू में 45 अन्य मेडिकल कलेजों का चयन किया गया है, हालांकि यहां अन्य उपचार भी हो रहे हैं। इसके बाद लेयर तीन में 6 मेडिकल कलेजों में केवल कोरोना केसों का उपचार किया जाना सुनिश्चित किया गया है।
उन्होंने बताया कि बीते दो दिनों से प्रदेश की लैब में 1000 से अधिक सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। जबकि कोशिश की जा रही है कि 1500 से 2000 सैंपल टेस्ट हर दिन हो सके।


