मप्र में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 8 प्रतिशत से नीचे पहुंचा
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति में तेजी से सुधार आ रहा है और पॉजिटिविटी दर में भी गिरावट आ रही है। राज्य में अब पॉजिटिविटी दर आठ प्रतिशत से नीचे पहुंच गई है

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति में तेजी से सुधार आ रहा है और पॉजिटिविटी दर में भी गिरावट आ रही है। राज्य में अब पॉजिटिविटी दर आठ प्रतिशत से नीचे पहुंच गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की और कहा है कि प्रदेश में कोरोना प्रकरणों में निरंतर गिरावट जारी है। संक्रमण लगातार कम हो रहा है तथा बड़ी संख्या में रोज मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। किल कोरोना अभियान में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में एक-एक मरीज की पहचान कर उनका इलाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब हम एग्रेसिव स्ट्रैटिजी अपनाकर कोरोना को प्रदेश से शीघ्र समाप्त करें। शहरों एवं ग्रामों में मोबाइल टेस्टिंग यूनिट प्रारंभ करें तथा एग्रेसिव टेस्टिंग की जाए। अधिक से अधिक टेस्ट किए जाएं। एक भी मरीज छूटे नहीं यह सुनिश्चित करें। साथ ही वैक्सीनेशन कार्य भी युद्ध स्तर पर किया जाए।
प्रदेश के चार जिलों में ही अब 200 से अधिक तथा 10 जिलों में 100 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1262, भोपाल में 661, जबलपुर में 306, सागर में 201, ग्वालियर में 175, रतलाम में 170, रीवा में 168, उज्जैन में 154, अनूनपुर में 111 तथा शिवपुरी जिले में 105 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं।
प्रदेश में मंगलवार को 5412 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं, वहीं 11 हजार 358 मरीज पिछले 24 घंटों में स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट एक प्रतिशत है तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी 11 प्रतिशत है। मंगलवार की पॉजिटिविटी 7.8 प्रतिशत है तथा साप्ताहिक प्रकरण 51 हजार 486 हैं।
सभीक्षा के दौरान बताया गया कि प्रदेश के नौ जिलों में पांच से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी है, वहीं 25 जिलों में 10 प्रतिशत से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में ऐसे बच्चे जिनके मां-बाप दोनों का निधन कोरोना से हो गया है, उनके लिए बनाई गई योजना का लाभ देना एक दो दिन में प्रारंभ कर दिया जाए। प्रदेश के 28 जिलों में 155 ऐसे बच्चे चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें योजना का लाभ दिया जाना है।


