कोरोना : किफायती दवा, गुणवत्ता युक्त चिकित्सा उपकरणों पर जोर दिया भारत ने
भारत ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए किफायती दवा और चिकित्सा उपकरण तथा संबंधित मानव संसाधन के बाधारहित आवागमन पर बल दिया है।

नयी दिल्ली। भारत ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए किफायती दवा और चिकित्सा उपकरण तथा संबंधित मानव संसाधन के बाधारहित आवागमन पर बल दिया है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जी-20 देशों के निवेश और उद्योग मंत्रियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए किफायती दवाई और चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए जाने चाहिए। इन वस्तुओं का व्यापार सभी देशों के बीच बाधारहित होना चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर, नर्स और अन्य सहायक कर्मचारियों का निर्बाध आवागमन भी आवश्यक है।
केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को यहां बताया कि श्री गोयल ने जी-20 समूह की मंत्री स्तरीय बैठक में भारत का पक्ष रखते हुए यह टिप्पणी की। यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की गई।
गोयल ने कहा कि भारत पर किफायती दवाओं और गुणवत्ता युक्त चिकित्सा उपकरणों तथा प्रतिभावान मानव संसाधन के लिये निर्भर रहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जी 20 देशों को दवा, चिकित्सा उपकरणों और मानव संसाधन का निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करना चाहिए।
गोयल ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए एक ऐसी वैश्विक प्रणाली विकसित करने पर बल दिया जिसमें किफायती दवा, गुणवत्ता युक्त चिकित्सा उपकरण और पेशेवरों का बाधामुक्त आवागमन हो सके।
उन्होंने वैश्विक व्यापार की बहु स्तरीय प्रणाली बनाए रखने पर बल देते हुए कहा कि चुनौती का सामना करने के लिए इसमें सुधार करने की जरूरत है. उन्हेंने कहा कि चुनौतियों के बावजूद भारत तकरीबन 190 देशों के लिए किफायती दवाइयों और गुणवत्ता युक्त चिकित्सा उपकरणों का स्रोत बना हुआ है। उन्होंने महामारी से प्रभावित विकसित देशों और अल्पविकसित देशों के प्रति सहानुभूति और एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कहा की कि भारत संकट की इस घड़ी में किफायती दवाइयों , चिकित्सा उपकरणों और मानव संसाधन की आपूर्ति कर सकता है।
उन्होंने कहा कि इस असाधारण चुनौती का सामना नवाचार, सामूहिकता और अतिसक्रियता से किया जा सकता है। सभी देशों के दवाओ , चिकित्सा उपकरणों और पेशेवरों का बाधा रहित आवागमन सुनिश्चित करना चाहिये।


