कोरोना संकट: महाराष्ट्र में रिहा होंगे 11000 कैदी
देश में कोविड-19 से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र की सरकार ने कोरोना के भयावह प्रसार को देखते 11000 और कैदियों को आपातकालीन पैरोल पर रिहा करने का फैसला किया

पुणे। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र की सरकार ने कोरोना के भयावह प्रसार को देखते 11000 और कैदियों को आपातकालीन पैरोल पर रिहा करने का फैसला किया है।
राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस आशय की घोषणा की। गृह विभाग की ओर से सोमवार को जारी वक्तव्य में श्री देशमुख ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रसार को देखते हुए राज्य के 24 जिलों में 31 अस्थायी जेलों का निर्माण किया गया है।
गृह मंत्री ने कहा कि राज्य की 60 जेलों में 38000 से अधिक कैदी हैं। उन्होंने कहा,“जेलों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए हमने अब तक 9671 कैदियों को रिहा किया है। और अब हम 11000 और कैदियों को रिहा करने जा रहे हैं।”
कैदियों काे रिहा करने का राज्य सरकार का फैसला औरंगाबाद जिले के हार्सुल जेल में 29 कैदियों के कोरोना से संक्रमित पाये जाने के बाद सामने आया है।
देशमुख ने कहा कि राज्य में अब तक करीब 3000 पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनके अलावा 30 अन्य पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने कहा,“पुलिसकर्मियों में वायरस के फैलाव को देखते हुए 50 से 55 उम्र के कर्मियों को सामान्य ड्यूटी देने का फैसला किया है जबकि 55 से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को वैतनिक अवकाश पर भेज दिया गया है।”
गौरतलब है कि महाराष्ट्र इस महामारी से देश में सबसे गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। राज्य में पिछले 24 घंटों में 3007 नये मामले दर्ज किये जाने के बाद संक्रमितों की संख्या 86000 के करीब पहुंच गयी है। राज्य में अब तक 85975 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 91 लोगों की मौत के बाद इस जानलेवा विषाणु से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3060 हो गयी है। इस दौरान राज्य में 1924 लोग रोगमुक्त हुए है जिससे स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 39314 हो गयी है।


