वाराणसी में इंजीनियर के कार्यालय में ठेकेदार ने आत्महत्या की
यहां कैंट थाना क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी विभाग के मुख्य अभियंता के कार्यालय में ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव ने बुधवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली

वाराणसी । यहां कैंट थाना क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी विभाग के मुख्य अभियंता के कार्यालय में ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव ने बुधवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वाराणसी के पुलिस अधीक्षक सुरेश राव कुलकर्णी ने बताया, "वाराणसी के नदेसर स्थित पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता अंबिका सिंह के दफ्तर में बुधवार को ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव ने लाइसेंसी असलहे से खुद को गोली मार ली। सूचना पाकर पुलिसकर्मी घटनास्थाल पर पहुंचे और ठेकेदार को अस्पताल पहुंचाया, जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।"
कुलकर्णी ने कहा, "ठेकेदार ने किन कारणों से यह कदम उठाया, फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है। सबकुछ जांच के दायरे में है। सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं। मृतक के परिवार वालों को बुलाया गया है। मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव मूल रूप से गाजीपुर के थे और यहां पर पीडब्ल्यूडी विभाग में ठेकेदारी करते थे। उनकी लंबे समय से विभाग पर काफी रकम बकाया थी। विभागीय लापरवाही के कारण लंबे समय से उनका भुगतान नहीं हो पा रहा था। अवधेश बुधवार सुबह चीफ इंजीनियर कार्यालय पहुंचे और बकाया भुगतान करने को कहा। इस पर मुख्य अभियंता ने उन्हें बुरी तरह डांट दिया। इसी दौरान ठेकेदार ने मुख्य अभियंता अम्बिका सिंह के सामने असलहा निकालकर खुद को गोली मार ली। गोली चलने की आवाज से परिसर में हड़कंप मच गया और मौके पर विभागीय लोग पहुंचे तो ठेकेदार की मौत हो चुकी थी।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, कबीरचौरा महिला अस्पताल निर्माण का लगभग 20 करोड़ रुपये का ठेका था, जिसमें लगभग 90 फीसद तक कार्य हो चुका है। तीन-चार करोड़ रुपये इस समय बकाया था। ठेकेदार इसी रकम के भुगतान के लिए कई माह से मुख्य अभियंता कार्यालय का चक्कर काट रहा था। मगर मुख्य अभियंता भुगतान के लिए टाल-मटोल करते रहे। जबकि इसी महीने काम पूरा कर विभाग को हैंडओवर करना था। बकाया की वजह से ठेकेदार पर अधिक देनदारी हो गई थी।


