बेमेतरा और साजा डिवीजन का ठेका किसी बाहरी ठेकेदार को
जिले में मीटर रीडिर का समूह नवनिर्वाचित विधायक आशीष छाबड़ा से मिलकर न्याय की गुहार लगाते कहना था, कि ठेकदार उनका शोषण कर रहे हैं और किसी बाहरी को मीटर रीडिंग का ठेका दे दिया गया है

बेमेतरा। जिले में मीटर रीडिर का समूह नवनिर्वाचित विधायक आशीष छाबड़ा से मिलकर न्याय की गुहार लगाते कहना था। कि ठेकदार उनका शोषण कर रहे हैं और किसी बाहरी को मीटर रीडिंग का ठेका दे दिया गया है। उनकी बात सुनकर आशीष छाबड़ा ने जल्द से जल्द उन्हे समस्या समाधान करने का भरोसा दिलाया है।
मीटर रीडरों के मुताबिक बेमेतरा और साजा डिवीजन के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण मीटरों की रीडिंग वे सभी 2003 से पूरी निष्ठा के साथ कर रहे हैं और वर्तमान में मीटर रीडिंग भी किया जाना है। जबकि दुर्ग रीजन के द्वारा अब बेमेतरा और साजा डिवीजन का ठेका किसी बाहरी ठेकेदार को दे दिया गया है।
मीटर रीडिरों ने अपनी समस्या बताते नवनिर्वाचित विधायक आशीष छाबड़ा को बताते कहा है कि ठेकेदार ने 7 रुपये की दर से ठेका लिया है लेकिन उनके द्वारा मीटर रीडरों को सिर्फ 2.10 रुपये की दर से कार्य करने को कहा जा रहा है, जो जीवन यापन के लिए पर्याप्त नहीं है।
जबकि पूर्व में प्रति मीटर रीडिंग के लिए 5.50 रुपये की दर से ठेका लेकर उनके द्वारा ही रीडिंग का कार्य किया जा रहा था। चूंकी बाहरी ठेकेदार को काम देने से अब मीटर रीडर बेरोजगार हो गए हैं और आय का कोई और अन्य साधन नहीं है। जिसके चलते उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है। इसलिये विधायक आशीष छाबड़ा से दोबारा उन्हें ही ठेका कार्य दिलवाने की मांग की है।
मीटर रीडिंग कार्य का ठेका बाहरी व्यक्ति को दिए जाने से कई परिवारों की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ने को लेकर आशीष छाबड़ा ने उन्हे भरोसा देते कहा है कि पिछले 13 वर्षों से मीटर रीडर की मेहनत जाया नही होगी। वही इनके परिवारों के हित के लिए जो भी संभव होगा, न्यायोचित काम करेंग।


