मुरैना में फंसे अन्य जिले के मजदूरों का घर भेजने का सिलसिला जारी
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल करीब 175 मजदूरों को निजी बसों द्वारा श्योपुर और शिवपुरी जिलों को रवाना किया था।

मुरैना। कोरोना के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में फंसे अनेक राज्यों एवं जिले के करीब बीस हजार मजदूरों को शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें उनके घरों तक भेजने का सिलसिला जारी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल करीब 175 मजदूरों को निजी बसों द्वारा श्योपुर और शिवपुरी जिलों को रवाना किया था। उन मजदूरों का हेल्थ चेकअप कर खाने और पीने की व्यवस्था भी जिला प्रशासन ने की थी। आज फिर यहां फंसे करीब आठ सौ मजदूरों को अम्बाह विकास खण्ड के गांवों से पंचायत सचिवों के जरिये ट्रेक्टर ट्रालियों बिठाकर शहर के पॉलिटेक्निक काॅलेज लाया गया, जहां उन सभी आठ सौ मरीजों का चिकित्सीय परीक्षण करने के बाद खाने के पैकेट और पीने का पानी उपलब्ध कराया गया।
इसके बाद पन्द्रह निजी बसों में बैठाकर शिवपुरी जिले के लिए कलेक्टर प्रियंका दास ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कलेक्टर प्रियंका दास के अनुसार यहां मजदूरी करने आये करीब बीस हजार मजदूर कोरोना के चलते देश व्यापी लॉकडाउन के दौरान मुरैना ने फंस गए थे। कलेक्टर ने बताया कि अभी मध्यप्रदेश के अन्य जिले के लोगों को भेजने का सिलसिला चालू किया गया है और फिर उसके बाद अन्य राज्यों के मजदूरों को उनके प्रदेश भेजने की कार्यवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां फंसे बाहरी सभी मजदूरों को जिला प्रशासन की तरफ से खाद्य सामग्री दी जा रही है और किसी को भी भूखा नही सोने दिया जयेगा।


