अपना ही जमा पैसा नहीं निकाल पा रहे उपभोक्ता
बैंकों और एटीएम में नगदी की लगातार बन रही कमी और इस वजह से लोगों को होने वाली समस्याओं का निराकरण के लिए चेम्बर आफ कामर्स ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपं है...

कोरबा। बैंकों और एटीएम में नगदी की लगातार बन रही कमी और इस वजह से लोगों को होने वाली समस्याओं का निराकरण के लिए चेम्बर आफ कामर्स ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपंा है। साथ ही कहा है कि जो हालात वर्तमान में बने हैं उससे लगता है कि बैंक जान बूझकर भारत सरकार की कैशलेस पद्धति को अवरूद्ध करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।
जिला चेम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल व महामंत्री मो. युनुस मेमन ने कैसलेश व पीओएस सिस्टम की खामियों को गिनाते हुए कहा है कि श्रमिक बाहुल्य एवं निम्न मध्यम वर्ग की अधिकता वाले कोरबा जिले में अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए लोग केवल नगदी पर ही आश्रित हैं ऐसे में कैशलेस प्रणाली को प्रभावशाली बनाने व वास्तविक रूप से मूर्तरूप देेने का जो प्रयास किया गया है वह अप्रभावी एवं सामन्यत: अप्रायोगिक है। वर्तमान में पिछले 20-22 दिनों से किसी भी बैंक के नगदी काउंटर या एटीएम में पर्याप्त नगदी नहीं है। शादी ब्याह का मौसम चल रहा है और गांव के निम्न-मध्यम वर्गीय लोग खरीदी के लिए बैंक तक पहुंच कर नगदी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं किन्तु विकराल समस्या उत्पन्न हो रही है।
यह आश्चर्य का विषय है कि व्यक्ति अपनी जमा पूंजी को हासिल नहीं कर पा रहा है। इससे न केवल बैंकिंग प्रणाली में और प्रशासकीय अर्थव्यवस्था से लोगों का विश्वास भंग हो रहा है, वरन् व्यक्ति अपनी नगदी को बैंक में जमा करने से कतरा रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि जानबूझकर भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही कैशलेस पद्धति को अवरूद्ध करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।
कलेक्टर से आग्रह किया गया है। बैंकों में पर्याप्त नगदी रखे जाने एवं मांगने पर उपलब्ध कराने आदेश प्रदान करें जिससे न केवल बाजार की व्यवस्था सुचारू व सदृढ़ हो।


