बिना टेंडर बुलाए पुलियों का निर्माण!
नगर निगम द्वारा दयालबंद क्षेत्र में दो पुलियों का निर्माण कार्य बिना टेण्डर बुलाए कराया जा रहा है
बिलासपुर। नगर निगम द्वारा दयालबंद क्षेत्र में दो पुलियों का निर्माण कार्य बिना टेण्डर बुलाए कराया जा रहा है। जबकि शासन के नियमानुसार शासकीय निर्माण कार्य टेण्डर प्रक्रिया द्वारा ही कराया जाना है। लेकिन जोन क्रमांक तीन में निर्माण कार्य की लागत तय नहीं हुई है। बताया जाता है कि बारिश का बहाना बताकर बिना टेण्डर के निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
निगम प्रशासन ने दयालबंद में पुलिया निर्माण के प्रस्ताव को पास कर दिया था। लेकिन टेण्डर नहीं किया गया। बिना टेण्डर ठेकेदार को बिल का भुगतान नहीं हो सकता मगर इंजीनियर के करीबी ठेकेदार के द्वारा लाखों का निर्माण कार्य बिना टेण्डर के कराया जा रहा है।
शासन के नियमानुसार शासकीय निर्माण कार्य की लागत इंजीनियर द्वारा निकाली जाती है, उसके बाद टेण्डर प्रक्रिया की जाती है। टेण्डर प्रक्रिया के बाद ठेकेदार का वर्क आर्डर जारी किया जाता है। वर्क आर्डर के बाद ठेकेदार निर्माण कार्य शुरू करता है। इंजीनियर द्वारा निर्माण कार्य का बिल टेण्डर प्रक्रिया के अनुसार बनाया जाता है।
मगर जब बिना टेण्डर के निर्माण कार्य कराया जाता है तो लाखों का अतिरिक्त बिल बनाया जाता है। बताया जाता है कि इंजीनियर और ठेकेदार के बीच निर्माण कार्य को लेकर 50 प्रतिशत तक की पार्टनरशिप होती है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद टेण्डर किया जाता है। जबकि एक लाख के निर्माण कार्य का टेण्डर आनलाईन सिस्टम से किया जा रहा है।


