विधायक के प्रयास से 760.16 लाख के निर्माण कार्य स्वीकृत
क्षेत्रीय विधायक के प्रयास से लोक निर्माण विभाग द्वारा ग्राम बोड़सरा होते हुए ग्राम सिवनी तक मार्ग निर्माण लंबाई 4 कि.मी. लागत राशि रु. 760.16 लाख के कार्य को वर्ष 2017-18 के बजट में शामिल कर लिया गया

जांजगीर। क्षेत्रीय विधायक मोतीलाल देवांगन के अथक प्रयास से लोक निर्माण विभाग चांपा संभाग द्वारा ग्राम बोड़सरा बस्ती होते हुए ग्राम सिवनी (नैला) तक मार्ग निर्माण लंबाई 4 कि.मी. लागत राशि रु. 760.16 लाख के कार्य को वर्ष 2017-18 के बजट में शामिल कर लिया गया है।
उक्त कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के पश्चात विभाग द्वारा कार्य पूर्ण कराने निविदा जारी की जावेगी। उल्लेखनीय है कि ग्राम बोड़सरा एवं सिवनी के ग्रामीणों द्वारा पिछले लंबे अर्से से बोड़सरा बस्ती होते हुए सिवनी तक लंबाई 4 कि.मी. के मार्ग निर्माण की मांग की जा रही थी। इस पर कार्यवाही करते हुए जांजगीर-चांपा विधायक मोतीलाल देवांगन द्वारा लोक निर्माण विभाग से लगातार पत्राचार किया गया। इसके फलस्वरुप लोक निर्माण विभाग चांपा संभाग द्वारा उक्त मार्ग निर्माण कार्य को वर्ष 2017-18 के बजट में शामिल कर लिया गया है। विभाग के सक्षम अधिकारी से प्रशासकीय स्वीकृति मिलते ही निविदा जारी कर उक्त मार्ग निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जावेगा।
जांजगीर-चांपा विधायक मोतीलाल देवांगन के अथक प्रयास से उक्त निर्माण कार्य स्वीकृत किये जाने पर ग्राम बोड़सरा के सरपंच संजय साहू तथा ग्राम सिवनी के सरपंच अरुण कुमार राठौर सहित सुरेन्द्र पांडे, रामकिंकर शुक्ला, दुर्योधन यादव, दिलहरण साहू, चंद्रशेखर पाण्डेय, राधेश्याम धीवर, नवनीत यादव, दुर्गा विश्वकर्मा अमित श्रीवास, प्रभाकर साहू, रामगोपाल राठौर, द्वासराम बरेठ, अरविन्द राठौर, श्रीमती कुशल बाई बरेठ, विशेषर बरेठ, दिलीप बरेठ, संतोष बरेठ, रामायण धीवर आदि अनेक ग्राम वासियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए विधायक देवांगन के प्रति आभार ज्ञापित किया है।
दीप पर्व पर विधायक ने क्षेत्रवासियों को दी बधाई
छ.ग. राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ मर्यादित रायपुर के अध्यक्ष एवं जांजगीर-चाम्पा विधायक मोतीलाल देवांगन ने क्षेत्रवासियों को दीप पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दी है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि दीपों का यह पर्व हमारे जीवन से अज्ञान का अंधियारा दूर करने में सहायक हो, ताकि देश और प्रदेश में खुशहाली एवं समृद्धि कायम हो सकें। भगवान श्रीराम रावण पर विजय प्राप्त कर इस दिन अयोध्या लौटें थे, तब उनके स्वागत में अयोध्या वासियों ने दीपों की अवली बनाकर घर-घर में खुशियां मनाते हुए उत्साह व्यक्त किया था। तब से लेकर आज तक दीपावली का पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।


