बिहार में लोकतंत्र खत्म करने की साजिश : कांग्रेस
कांग्रेस ने बिहार विधानसभा में मंगलवार को हुई घटना को शर्मनाक बताते हुए इसे प्रदेश में पुलिस राज लाने और लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश करार दिया और कहा कि जिन लोगों के इशारे पर यह घटना हुई है

नई दिल्ली। कांग्रेस ने बिहार विधानसभा में मंगलवार को हुई घटना को शर्मनाक बताते हुए इसे प्रदेश में पुलिस राज लाने और लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश करार दिया और कहा कि जिन लोगों के इशारे पर यह घटना हुई है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
कांग्रेस के बिहार के प्रभारी महासचिव भक्त चरण दास ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार विधान सभा में कल जो घटना घटी ऐसा कभी इतिहास में नहीं हुआ और ना ही भविष्य में होगा। विधानसभा के अंदर पहली बार बाहर से पुलिस बुलाकर सदन में विधायकों की पिटाई की गयी, महिला सदस्यों को बाल नोंच कर सदन से बाहर निकाला गया। महिला विधायकों का ऐसा अपमान लोकतंत्र में कभी किसी भी विधानसभा में नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा में हुई इस शर्मनाक घटना के लिए दोषी कौन है उनकी पहचान की जानी चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जिन लोगों ने भी पुलिस को कार्रवाई के लिए आदेश दिया है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। विधानसभा के भीतर इस तरह की घटना को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार लोगों को विधानसभा के सदस्यों से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार विधानसभा में पुलिस कार्रवाई का आदेश देना बहुत बडा अपराध है और यह लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश है। जिनके आदेश पर भी यह कार्रवाई हुई उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी और समझना होगा कि धमका कर लोकतंत्र नहीं चल सकता है और इस तरह की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा “मैं बिहार कांग्रेस के इंचार्ज के तौर पर कहना चाहता हूं और संदेश देता हूं कि बिहार सरकार में बैठे लोग अगर सोच रहे हैं कि उनका गुंडा राज इसी तरह से चलता रहेगा तो ये नहीं होगा। देश में किसी भी राज्य में पुलिस राज नहीं हो सकता। ये लोग पुलिस राज पर उतर आए हैं। लोकतंत्र को समूल खत्म करने की साजिश है।”
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस घटना की निंदा की और कहा “बिहार विधानसभा की शर्मनाक घटना से साफ़ है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह आरएसएस और भाजपामय हो चुके हैं। लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है। विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज़ उठाता रहेगा- हम नहीं डरते।”


