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कानपुर : कांग्रेसियों ने अमित शाह की अर्थी निकाली, पुतला फूंका....  

अमित शाह द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को 'चतुर बनिया' कहे जाने से गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओंने यहां रविवार को सड़कों को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया...

कानपुर : कांग्रेसियों ने अमित शाह की अर्थी निकाली, पुतला फूंका....   
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कानपुर। देश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को 'चतुर बनिया' कहे जाने से गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओंने यहां रविवार को सड़कों को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और बनखंडेश्वर मंदिर से लेकर लेनिन पार्क तक शाह की अर्थी निकाली और उनका पुतला जलाया। प्रदर्शन में पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल भी शामिल हुए।

योगी सरकार की पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुतला जलाने से रोका, कई बार हल्का बल प्रयोग भी किया, लेकिन बड़ी चतुराई से पुतला फूंक दिया गया।

कांग्रेस कानपुर महानगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा, "कांग्रेसी अंग्रेजों से नहीं डरे तो भाजपा किस खेत की मूली है। भाजपा की कोशिश है कि मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसानों की हत्या के मुद्दे को भटकाया जाए। इसी कोशिश में अमित शाह ने राष्ट्रपिता को निशाना बनाया, लेकिन समूचा देश भाजपा अध्यक्ष के ओछेपन से वाकिफ हो गया।"

उन्होंने कहा कि भाजपा ने कभी भी जनता के लिए काम नहीं किया, सिर्फ पूंजीवादियों को लाभ पहुंचाया है। इसने जनता को भटकाने के लिए ऐसे मुद्दों का हवा दिया जाता है, जिससे सरकार की नाकामियों की ओर ध्यान न जाए।

अग्निहोत्री ने कहा कि शाह को यह नहीं भूलना चाहिए कि इस देश को आरएसएस ने नहीं, महात्मा गांधी ने आजाद कराया था और वह भी अहिंसा के रास्ते पर चलकर। लेकिन आरएसएस की राजनीतिक शाखा भाजपा सिर्फ असत्य बोलने और हिंसा में विश्वास करती है, इसलिए दंगे भड़काती रहती है, निर्दोष लोगों की जान लेती रहती है। मोदी सरकार ने नोटबंदी कर डेढ़ सौ लोगों की जान ले ली और बेशर्म होकर जश्न मना रही है।

विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि केंद्र के साथ जिन प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, वहां की जनता समस्याओं से परेशान है, भ्रष्टाचार चरम पर है। ऐसे में अपनी नाकामी छिपाने के लिए भाजपा उन मुद्दों को हवा देना चाह रही है, जिससे अल्पसंख्यक बनाम बहुसंख्यक की उसकी राजनीति चमकती रही।

उन्होंने कहा, "लेकिन जनता अब इनकी धोखेबाजी को जान चुकी है और जवाब देने के लिए हुंकार भर चुकी है। शाह की मानसिकता पर तरस आती है। क्या गांधी चालाक थे? क्या उनकी पूरी जिंदगी में किसी को कभी जातिवाद दिखा? ऐसे महान व्यक्ति, जिनके प्रति पूरी दुनिया श्रद्धा रखती है, उन पर ऐसी घृणित टिप्पणी करना राजनीति की मर्यादा को तार-तार करना है।"

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता हर प्रकाश अग्निहोत्री, शैलेंद्र दीक्षित, नरेश चंद्र त्रिपाठी, पवन गुप्ता, कमल शुक्ल बेबी, महेश दीक्षित, संजीव दरियाबादी सहित सैकड़ों कांग्रेसी मौजूद रहे।


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