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पंजाब चुनाव में  कांग्रेस की बड़ी जीत

पिछले एक दशक से सत्ता से बेदखल कांग्रेस पार्टी पंजाब में दो-तिहाई बहुमत की ओर बढ़ रही है।

पंजाब चुनाव में  कांग्रेस की बड़ी जीत
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चंडीगढ़। पिछले एक दशक से सत्ता से बेदखल कांग्रेस पार्टी पंजाब में दो-तिहाई बहुमत की ओर बढ़ रही है। पंजाब विधानसभा की 117 सीटों पर हुए चुनाव में शनिवार को मतगणना में कांग्रेस ने 71 सीटों पर जीत दर्ज की है और 6 सीटों पर आगे है।

कांग्रेस के दिग्गज नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभाल सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरिंदर सिंह को फोन कर बधाई दी है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले पंजाब में 100 सीटें तक जीतने का दावा किया था लेकिन वह 20 सीटें ही जीतने में कामयाब रही। इसकी साझेदार पार्टी लोक इंसाफ पार्टी सिर्फ दो सीटें ही जीत पाई।

शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन 17 सीटों पर जीत दर्ज कर तीसरे स्थान पर है। अकालियों ने 14 सीटें जीती है जबकि एक पर आगे चल रही है। भाजपा सिर्फ तीन सीटें ही जीत सकी।

पंजाब की मौजूदा सरकार के 10 मंत्री चुनाव हार गए हैं जिसमें भाजपा के चारों विधायक भी शामिल हैं। अमृतसर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार गुरजीत सिंह औलूजा 1.70 लाख से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं। इस सीट पर उपचुनाव विधानसभा चुनाव के साथ ही हुए थे।

आज के ही दिन अपना 75वां जन्मदिन मना रहे अमरिंदर सिंह ने पार्टी की इस शानदार जीत पर कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता राज्य से नशाखोरी समाप्त करने की होगी। अमरिंदर ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "पंजाब के लोगों ने बहुत बड़ा जनादेश दिया है। हमारी प्राथमिकता पंजाब से नशाखोरी समाप्त करने की होगी। मैंने चार सप्ताह में ड्रग्स कारोबार को उखाड़ फेंकने की प्रतिबद्धता जताई है।"

उन्होंने क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंहह सिद्धू को कांग्रेस सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाने पर प्रतिबद्धता नहीं जताई। अमरिंदर ने कहा, "इस पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी फैसला करेंगे। पार्टी नेतृत्व ही कैबिनेट में सभी मंत्रियों के चुनाव का फैसला करेगा।"

अमरिंदर के घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग एकत्र होने लगे हैं, जिसके मद्देनजर सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है और साथ ही मेटल डिटेक्टर भी लगा दिए गए हैं। राज्य के निवर्तमान मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने हार स्वीकारते हुए कहा कि वह रविवार को इस्तीफा देंगे।

देश के सबसे बुजुर्ग मुख्यमंत्री बादल (89) ने कहा, "मैं पंजाब के लोगों का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे राज्य की सेवा करने का मौका दिया। मैं उन सभी चीजों से संतुष्ट हूं जो मैं कर सका। मैं किसी भी तरह की गलती के लिए माफी चाहता हूं।"

प्रकाश सिंह बादल लंबी सीट से जीत गए हैं। उन्हें 66375 वोट मिले हैं जबकि अमरिंदर सिंह पटियाला शहरी सीट से जीत गए हैं। उन्हें इस सीट से 72586 वोट मिले हैं। अकाली दल के अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल जलालाबाद सीट से 75271 वोट हासिल कर जीत गए हैं जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के भगवंत मान को 56771 वोट मिले हैं।

क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब में कांग्रेस की जीत को पार्टी का पुनरुत्थान बताया है और अकाली दल के इस हश्र के लिए उसके अहंकार को जिम्मेदार ठहराया है। सिद्धू ने पिछले साल भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। उन्होंने केजरीवाल की गलत मंशा का हवाला देते हुए कहा कि यह केजरीवाल के लिए बहुत बड़ी हार है।


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