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असल मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस

कांग्रेस ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की घोषणा का स्वागत करते हुए आज कहा कि दोनों राज्यों में पार्टी खेती-किसानी, बेराेजगारी और अर्थव्यवस्था में मंदी जैसे असल मुद्दे उठाए जाएंगे

असल मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
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नयी दिल्ली। कांग्रेस ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की घोषणा का स्वागत करते हुए आज कहा कि दोनों राज्यों में पार्टी खेती-किसानी, बेराेजगारी और अर्थव्यवस्था में मंदी जैसे असल मुद्दे उठाए जाएंगे।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि दो महत्वपूर्ण राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा का पार्टी स्वागत करती हैं। इन दोनों चुनावों के लिए पार्टी पूरी मजबूती के साथ तैयार है।

उन्होंने कहा,“कांग्रेस पूरी ताकत से ऐसे मुद्दे उठाएगी जिन मुद्दों से सरकार आपका, हम सबका ध्यान हटाने की चेष्टा करती आई है।”

खेड़ा ने कहा कि लाखों किसान अपने हक की मांग करते हुए दिल्ली की सीमा पर आकर अपने गन्ना भुगतान का 20,000 करोड़ रुपया मांग रहे हैं। ये किसान हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या गंभीर मुद्दा है जो और विकराल रूप धारण करता जा रहा है। लोग सरकार को बदलने के इंतजार में हैं। हरियाणा में शिक्षकों पर डंडे बरसाये जाते हैं।

राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब हो गई है और चारों तरफ भू-माफियाओं का राज है। राज्य में भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने कहा कि ये तमाम मुद्दे इस चुनाव में कांग्रेस पूरी मजबूती से उठाएगी।

उन्होंने कहा कि 15 लाख नौकरियों का हिसाब मांगा जाएगा जो पिछले तीन महीनों में इस सरकार की नीतियों के कारण लोगों ने गंवाईं हैं। पिछले कुछ महीनों में शेयर बाजारों में 20 लाख करोड़ रुपए डूबे हैं। यह मुद्दा भी जनता तक ले जाया जाएगा। उन्होेंने कहा कि पिछले तीन-चार महीनों में बहुत से कारखाने बंद हुए हैं। कई बड़े कारखाने बंदी के कगार पर हैं।

खेड़ा ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम का नाम लिए बिना कहा कि एक तरफ तो एक पूर्व केन्द्रीय मंत्री को बिना साक्ष्य, बिना सबूत, बिना कारण के जेल में रखते हैं, दूसरी एक अन्य केंद्रीय मंत्री को साक्ष्य और सबूत तथा एक लड़की के बयान के बावजूद उसे फाइव स्टार ‘ट्रीटमेंट’ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार के ऐसे ‘कारनामों’ को जनता के सामने रखा जाएगा।

उन्होेंने सरकार पर ‘हेडलाइन मैनेजमेंट और इवेंट मैनेजमेंट’ करने को आरोप लगाया और कहा कि वह ज्वलंत समस्याओं का समाधान करने में विफल रही है। बड़ी समस्याओं के स्थायी समाधान की बजाय फौरी उपाय किये जा रहे हैं।

झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा नहीं होने की आलोचना करते हुए श्री खेड़ा ने कहा कि ‘वन नेशन-वन पोल’की बात कहने वाले तीन राज्यों में एक साथ चुनाव नहीं करा पा रहे हैं।

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में श्री खेड़ा ने कहा कि एलआईसी एक ऐसी संस्था है, जिस पर लोगों का भरोसा था। जहाँ लोग अपना छोटा-छोटा निवेश करके चैन की नींद सोते थे। इस सरकार ने तमाम ऐसी संस्थाओं पर कुठाराघात किया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की संरक्षित पूंजी ली गयी है। पूरी अर्थव्यवस्था पर घरेलू और विदेशी निवेशकों विश्वास खत्म हो चुका है।


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