कांग्रेस ने पालघर की घटना को ‘अमानवीय’ करार दिया
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने पालघर में दो संतों की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किये जाने की घटना की आज निंदा की और इसे ‘अमानवीय कृत्य’ कहा

मुंबई । कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने पालघर में दो संतों की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किये जाने की घटना की आज निंदा की और इसे ‘अमानवीय कृत्य’ कहा।
पार्टी की ओर से आज यहां जारी एक बयान के मुताबिक कांग्रेस महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुंबई से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बुधवार रात महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस की बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट, पूर्व मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, ऊर्जा मंत्री नितिन राउत, महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मनुराव ठाकरे, सांसद राजीव सातव, कुमार केतकर और बालू धनकोर, पूर्व मंत्री नसीम खान और पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं ने बैठक में भाग लिया।
नेताओं ने बैठक में कहा, “हम पालघर की घटना की निंदा करते हैं, जहां दो साधुओं सहित तीन लोगों को बेरहमी से मार दिया गया। यह बहुत दुखद और अमानवीय कृत्य है। घटना के पीछे किसी तरह की धार्मिक घृणा नहीं होने के बावजूद मीडिया और नेताओं का एक वर्ग इसे धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहा है।”
कांग्रेस नेताओं ने कहा, “यह बेहद गंभीर है। ऐसे समय में जब देश कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ रहा है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया का एक वर्ग और नेतागण, महाराष्ट्र सहित पूरे देश में सामाजिक अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ”
उन्होंने कहा, “ यह स्पष्ट है कि मीडिया का एक वर्ग समाज में नस्ली और धार्मिक घृणा फैलाने की लगातार कोशिश कर रहा है। रिपब्लिक टीवी के एक वरिष्ठ समाचार एंकर अर्नब गोस्वामी ने समाज में महिलाओं के खिलाफ द्वेष पैदा करने की कोशिश की है। उन्होंने एक लाइव टीवी कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। यह पूरी तरह से अनैतिक पत्रकारिता है और हम सार्वजनिक रूप से इसका विरोध करते हैं।”
नेताओं ने कहा, “हम भाईचारे में विश्वास करते हैं और इस तरह की दुश्मनी स्वीकार नहीं कर सकते। यह देश की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक होगा इसलिए, हम संयुक्त रूप से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अर्णब गोस्वामी और रिपब्लिक इंडिया न्यूज चैनल के खिलाफ सामाजिक माहौल खराब करने के लिए कार्रवाई करने का अनुरोध कर रहे हैं।”


