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कांग्रेस द्वारा संविधान की झूठी कसमें खाने से नहीं बदलेगी सच्चाई : अनुराग ठाकुर

पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने संविधान को लेकर कांग्रेस पार्टी पर झूठ और भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को संविधान के बारे में कोई जानकारी नहीं है

कांग्रेस द्वारा संविधान की झूठी कसमें खाने से नहीं बदलेगी सच्चाई : अनुराग ठाकुर
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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने संविधान को लेकर कांग्रेस पार्टी पर झूठ और भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को संविधान के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पहले संविधान की भूमिका पढ़नी चाहिए और देश को बताना चाहिए कि इसमें क्या लिखा है। उसमें कांग्रेस सरकार के काले कारनामे और संविधान विरोधी करतूतों का वर्णन है, जिसके बारे में राहुल गांधी चुप्पी साधे रहते हैं।

नई दिल्ली में प्रेस को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद ने संविधान के मुद्दे पर कांग्रेस पर सवाल खड़ा किया। अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी और उनकी कांग्रेसी जमात संविधान से अधिक प्रेम दिखा रही है। चलते-फिरते संविधान की कॉपी दिखाने और इसकी झूठी कसमें खाने से सच्चाई नहीं बदल जाएगी। अगर किसी ने संविधान का अपमान किया है तो वो है कांग्रेस और गांधी परिवार है। 1975 में आपातकाल लगाकर पूरे विपक्ष को जेल में डालकर इन्होंने पूरा संविधान ही बदल दिया, संविधान की प्रस्तावना जिसे संविधान की आत्मा कही जाती है, इन लोगों ने संविधान को उसकी आत्मा से ही अलग कर दिया था।

उन्होंने बताया कि पिछले सत्र में मैंने सदन में राहुल गांधी और इनके नकलची जमात से पूछा था कि क्या उन्हें पता भी है कि संविधान की पुस्तक में कितने पन्ने हैं। अनुराग ठाकुर ने एक बार फिर सवाल किया कि राहुल गांधी ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा भी है? इसीलिए बड़े-बुजुर्ग कहते हैं कि नकल करने के लिए भी अकल की जरूरत होती है और इन्हें अगर अक्ल होती तो पहले संविधान पढ़ते।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी को पहले संविधान की भूमिका पढ़नी चाहिए और देश को बताना चाहिए कि उसमें क्या लिखा है। उसमें कांग्रेस सरकार के काले कारनामे और संविधान विरोधी करतूतों का वर्णन है, भूमिका लिखने वाले भारत के सर्वश्रेष्ठ कानून के जानकार थे, जिन्होने संविधान को देखा समझा और परखा है। उन्होंने संविधान की एक प्रति की भूमिका का भी जिक्र किया, जिसे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील केके वेणुगोपाल ने लिखा है। उन्होंने बताया कि केके वेणुगोपाल ने लिखा है कि कांग्रेस सरकार न्यायपालिका को धमकाती थी और उसे अंजाम भुगतने की धमकी भी देती थी। जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द कर दिया था तो इंदिरा गांधी ने देश पर आपातकाल लागू कर दिया। इंदिरा गांधी ने न्यायपालिका को कमजोर करने का कोशिश की।

भाजपा सांसद ने केके वेणुगोपाल की प्रस्तावना के कुछ अंश भी पढ़े। अनुराग ठाकुर ने संविधान के सातवें संस्करण की भूमिका के उस अंश को भी पढ़ा, जिसे वरिष्ठ अधिवक्ता शंकर नारायणन ने लिखी है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि संविधान देने वाले अंबेडकर जी को ही कांग्रेस पार्टी ने सत्ता और राजनीति से बाहर करने का काम किया। संविधान को लहराने से काम नहीं चलेगा। इसे पढ़ना भी पड़ेगा, देश पर आपातकाल का काला अध्याय किसी और के द्वारा नहीं कांग्रेस द्वारा ही थोपा गया था। आपको पाखंड छोड़ना चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी संविधान की कॉपी तो लहराते हैं, लेकिन कई बार वो ये भूल जाते हैं कि ये वही संविधान है, जिसे उनके परिवार ने अपने निजी लाभ के लिए एक बार नहीं बल्कि बार-बार तार-तार किया है। राहुल गांधी संविधान को लहराते समय कई तथ्यों को अनदेखा कर देते हैं जो कि यदि उन्होंने संविधान के खंडों को पढ़ा होता, तो वे दस्तावेज़ को इतनी सहजता से दिखाने की हरकत पर पुनर्विचार कर सकते थे। जब 2014 में जब पीएम मोदी सांसद बने और पहली बार संसद आए तो संसद की सीढि़यों पर सिर झुकाया। उन्होंने इस महान लोकतंत्र को नमन किया, तब अंदर आए। उसके बाद उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान पर शीश नवाया और 'सबका साथ, सबका विकास' पर फोकस किया। जबकि, कांग्रेस के नेता संविधान को बचाने की जोरदार बहस तो करते हैं, मगर उनकी कथनी और करनी में बहुत फ़र्क़ है। राहुल गांधी उस दस्तावेज़ से अपरिचित हैं, जिसके समर्थन में वो दिन-रात संविधान की दुहाई देते हैं। ऐसा लगता है कि गांधी वंश पुस्तक के प्रस्तावना और भूमिका के शुरुआती पन्नों तक भी नहीं पहुंच पाया है।

अनुराग ठाकुर ने कहा, "ईस्टर्न बुक कंपनी द्वारा प्रकाशित संविधान की प्रति लहराते हुए राहुल गांधी को देखकर हंसी आती है कि राहुल गांधी ने ईबीसी द्वारा प्रकाशित संविधान की प्रति की प्रस्तावना भी नहीं पढ़ी है और वे प्रस्तावना लहराते हैं। अगर उन्होंने इसे पढ़ा होता, तो उन्हें पता होता कि गांधी वंश की पीढ़ियों को उसी संविधान पर उनके व्यवस्थित हमले के लिए कैसे उजागर किया गया है। राहुल गांधी को यह पढ़ना चाहिए, उस पर विचार करना चाहिए और फिर अपना बेशर्म पाखंड छोड़ देना चाहिए।"

भाजपा सांसद ने कहा, "गांधी परिवार ने सदा ही देश को गुमराह किया है। संविधान की झूठी क़समें खाने से सच्चाई नहीं बदल जाएगी। संविधान का किसी ने अपमान किया है तो वो कांग्रेस पार्टी है।"


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