डेंगू के खिलाफ कांग्रेस के बंद को मिला जनसमर्थन
एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ राज्य अपने गठन के 17 साल पूरे होनें का जश्र मना रहा है
रायगढ़। एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ राज्य अपने गठन के 17 साल पूरे होनें का जश्र मना रहा है वहीं कांगे्रस पार्टी के लोग रायगढ़ में बढ़ती डेंगू बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के विरोध में रायगढ़ बंद करके प्रदर्शन कर रहें है। आज सुबह से ही कांगे्रसी दुकानों को बंद कराने के लिए नारेबाजी करते हुए शहर के अलग-अलग इलाकों में निकले और सुबह से लेकर अभी तक वे अपने बंद को सफल बनाने के लिए व्यापारियों से भी अपील करते नजर आए। कांगे्रसियों का आरोप है कि डेंगू बीमारी जैसे गंभीर मुद्दे पर प्रशासन ने कोई पहल नही की है और बार-बार इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करवाया था लेकिन शहर में डेंगू बीमारी माहमारी का रूप ले चुकी है और इलाज के लिए कोई उचित व्यवस्था भी नही है इसलिए वे रायगढ़ बंद कराकर शासन को घेरने में लगे है। नगर में पसरी डेंगू की महामारी पर नाकाफी सरकारी नियंत्रण के विरोध में शहर कांग्रेस के एक दिवसीय बंध को प्रबल जनसमर्थन मिला। लंबे अर्से के बाद कांग्रेसी खेमे में जनसमर्थन पाकर हर्ष का माहौल देखा गया तो नगर बंद के व्यापक असर से अपनी फजीहत कराने से बच रहे प्रशासनिक अमले के भी कान खड़े हो गए। दोपहर 3 बजे के बाद बाजार में थोड़ी हलचल जरुर बढ़ी किंतु पहले पहर नगर बंद के आह्वान पर कांग्रेस के हाथ को जनता का भरपूर साथ मिला। दरअसल शहर में डेंगू के डंक से घायल पीड़ितों की संख्या में इजाफा तथा इस जानलेवा महामारी के नियंत्रण में असफल प्रशासनिक प्रयास पर व्यापक आक्रोश जाहिर करने की तैयारी शहर कांग्रेस ने पहले ही कर ली थी।
रणनीति के तहत दो दिन पहले कांग्रेस भवन में तमाम कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर पांच दर्जन से ज्यादा कांग्रेसी नेताओं को बंद सफल कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, साथ ही 31 अक्टूबर की शाम बाइक रैली निकाल कांग्रेस अध्यक्ष नेगी ने नगर के तमाम दुकानदारों से मुनादी कर बंद में सहयोग की अपील की थी। इसी कड़ी में 1 नवंबर को प्रात: 6 बजे ही सभी कांग्रेसी भवन में एकत्र हुए तथा विमर्श के बाद सभी नेतागण जोनवार अपनी भूमिका निभाने निकल पड़े। नगर के सभी 5 जोन, चक्रधर नगर, मध्य शहर क्षेत्र, कोतरारोड, ढिमरापुर व जूटमिल में दर्जनों की संख्या में कांग्रेसी बंद का आह्वान करते दिखे। डेंगू जैसी महामारी से त्रस्त आमजन ने भी कांग्रेस के आंदोलन का समर्थन किया और बाजार स्वस्फूर्त बंद होने लगे।
साप्ताहिक बंद का भी असर
यूं तो कांग्रेस नेता शहर के प्रत्येक बाजार क्षेत्र में घूम-घूमकर प्रतिष्ठान बंद कराने का निवेदन करते दिखे किंतु मुख्य बाजार क्षेत्र में ज्यादातर प्रतिष्ठान गुमाश्ता एक्ट के तहत साप्ताहिक अवकाश के प्रभाव से बंद रहे। जिसका लाभ कांग्रेस को मिला। फिर भी बंद के दौरान कहासुनी अथवा अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पुलिस भी मुस्तैद रही।
संजय काम्प्लेक्स पूर्णतया बंद
आमतौर पर बुधवार को बाजार बंद का असर संजय काम्प्लेक्स सब्जी मंडी पर कभी नहीं पड़ता, किंतु नगर में पहला डेंगू का मरीज मिलने वाले संजय काम्प्लेक्स में भी नगर बंद के आह्वान पर पहली बार पूर्णतया सन्नाटा पसार रहा। कांग्रेस के बंद को सब्जी व्यवसायियों सहित अन्य कारोबारियों का भरपूर समर्थन मिलता। इसके अलावा सुभाष चौक, गद्दी चौक, न्यू मार्केट, रामनिवास चौक स्टेशन चौक आदि मुख्य बाजार में प्रतिष्ठानों के शटर कहीं पूर्णतया बंदरहे तो कहीं आधे खुले रहे। नगर बन्द के इस अभियान में शहर कांग्रेस अध्यक्ष नगेन्द्र नेगी सहित वरिष्ठ कांग्रेसी नेता, संतोष राय, जेठूराम मनहर, दीपक पांडे, अनिल चीकू, शाखा यादव, अनिल शुक्ला, एनरेश जयसवाल, हरेराम तिवारी, कमल पटेल, विकास ठेंठवार, अमृत काटजू, भुवाल शुक्ला, विनोद कपूर, संदीप क्षत्रिय, लोकेश साहू, कौशिक भौमिक, रानू यादव, बिमल यादव, दुलाल कर्मोंकार, अरविंद तिवारी, मनोरंजन नायक, विज्जु ठाकुर, प्रकाश नायक, संदीप अग्रवाल, रत्थू जायसवाल, राजू मिश्रा, सत्यजीत घोष, शेख ताजीम, विजय जायसवाल, संजय देवांगन,राजू टोप्पो, पिन्टू शर्मा, तोष बहिदार, रमेश भगत,वसीम खानए राकेश सिंह, संजय चौहान, राजू चौहान, राहुल शर्मा, प्रदीप मिश्रा, जेडी मित्रा, अजहर हुसेन, अभिषेक शर्मा, सिद्धांत यादव, महेंद्र यादव, चंद्रशेखर चौधरी, स्नेहलता शर्मा, बरखा सिंह, संगीता सिंह, संजना शर्मा, पिंकी बेगम, उर्मिला लकड़ा सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसियों की उत्कृष्ट भूमिका रही।


