कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला को भाजपा भोगवाद का सबक सिखा देगी : पांडे
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने योगी को भोगी कहने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सुरजेवाला अपने इस बयान के बाद यहां का रुख ना करें नहीं तो भाजपा उन्हें भोगवाद का सबक सिखा देगी

हरदोई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भोगी कहने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला अपने इस बयान के बाद यहां का रुख ना करें नहीं तो भाजपा उन्हें भोगवाद का सबक सिखा देगी ।
हरदोई जिले में बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं का स्वागत करने आये श्री पांडे ने संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का बयान अत्यंत निंदनीय है । कांग्रेस के भोगी नेता अपने कल्चर से ऊपर नहीं निकल पा रहे हैं और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं । मेरी साफ चेतावनी है इस बयान के बाद रणदीप सुरजेवाला कहीं उत्तर प्रदेश में रुख ना करे वरना उनकाे भाजपा सबक सिखा देगी।
श्री पांडे ने लोकसभा चुनाव के मुद्दे के सवाल पर कहा कि हम लोगो ने चुनाव के लिए कभी राम मंदिर को मुद्दा नहीं बनाया। राम मंदिर हमेशा आस्था और श्रद्धा का मुद्दा रहा है। उन्होंने कहा की 1989 में पालमपुर के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पहली बार खुलकर भाजपा ने राम मंदिर के निर्माण का समर्थन किया था। उस समर्थन के समय भी पार्टी के राजनीतिक प्रस्ताव में साफ लिखा था कि राम मंदिर देश के करोड़ों-करोड़ों हिंदुओं आस्था का विषय है पार्टी आस्था का सम्मान करती है।
भाजपा एक राजनीति पार्टी है और मंदिर निर्माण का समर्थन करती है और उस मत पर हम आज भी कायम हैं। उन्होंने कहा आगामी चुनाव हम विकास के मुद्दे पर लड़ेंगे क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के युग में विकास के अनेक कार्य किये हैं और दुनिया में भारत को अग्रणी बनाने में विकास के अनेक काम अभी करने बाकी हैं । जो विकास किया गया है और जो विकास करना है यही हमारे चुनाव का मुद्दा होगा। भाजपा 2019 में विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी ।
उन्होंने बाबरी मस्जिद के पैरोकार इकबाल अंसारी की सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कहा कि उनकी सुरक्षा में किसी प्रकार की कमी नहीं होगी । उन्होंने मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बारे में कहा की राजनीति में कभी-कभी विचित्र सहयोगियों को पालना पड़ता है। उन्होंने प्रदेश में शहरो के नाम बदलने को लेकर कहा जो नाम बदले वो उनके मौलिक पौराणिक स्वरुप के कारण बदले गये हैं ।


