कांग्रेस ने राफेल सौदे की जांच के लिए जेपीसी की मांग दोहरायी
कांग्रेस ने राफेल विमान सौदे की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की मांग दोहराते हुए कहा कि सीएजी की रिपोर्ट में सौदे के संबंध में नये खुलासों का जिक्र नहीं होता है तो यह मात्र कागजी पुलिंदा होगी

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने राफेल विमान सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग दोहराते हुए आज कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में सौदे के संबंध में नये खुलासों का जिक्र नहीं होता है तो यह मात्र कागजी पुलिंदा हाेगी।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अंग्रेजी के एक अखबार में राफेल सौदे के संबंध में नये कागजात सामने आये हैं, इन खुलासों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वसनीयता पानी में बह गयी हैं।
उन्होेंने कहा कि मीडिया की खबरों के अनुसार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने राफेल सौदे की मंजूरी के बाद इसमें भ्रष्टाचार रोकने वाले प्रावधानों को हटा दिया था। इससे साफ है कि सरकार को यह जानकारी है कि इस सौदे में भ्रष्टाचार है।
उन्होेंने मोदी सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भविष्य में अगर इस सौदे में भ्रष्टाचार साबित हुआ तो भी इस सौदे काे रद्द नहीं किया जा सकता क्योंकि संबंधित प्रावधानों को हटा दिया गया है।


