राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद को लेकर कांग्रेस पार्टी में घमासान तेज
कांग्रेस पार्टी में राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष को लेकर घमासान तेज हो गई है

- विंध्यवासिनी त्रिपाठी
नईदिल्ली। कांग्रेस पार्टी में राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष को लेकर घमासान तेज हो गई है। कैबिनेट मंत्री का दर्जा रखने वाले इस पद के लिए तकरीबन आधा दर्जन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लाबिंग कर रहे हैं। इसमें पी.चिदम्बरम से लेकर जयराम रमेश,केसी वेणुगोपाल,दिग्विजय सिंह और प्रमोद तिवारी शामिल हैं।
बतादें कि कांग्रेस पार्टी में ‘एक व्यक्ति एक पद’ का सिद्धांत लागू होने के चलते पिछले माह मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ते समय नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा के पद से इस्तीफा दे दिया था।
अब जबकि अगले 7 दिसम्बर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। तो माना जा रहा है कि इससे पहले खाली पड़े इस पद के लिए नियुक्ति हो सकती है। इसी के मद्देनजर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस पद को हासिल करने के लिए लॉबिंग तेज कर दी है।
हिंदी भाषी नेता को लेकर भी हो रही है लॉबिंग
लोकसभा में कांग्रेस के नेता का जिम्मा पश्चिम बंगाल से आने वाले अधीर रंजन चौधरी के पास है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नाटक से आते हैं। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी केरल के वायनाड से पार्टी के सांसद हैं। ऐसे में हिंदी भाषी क्षेत्र के नेताओं की मांग है कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष का यह पद किसी खांटी हिंदी पट्टी के नेता को सौंपा जाना चाहिए।ऐसे में दिग्विजय सिंह और प्रमोद तिवारी का दावा मजबूत है।
हालांकि जयराम रमेश राज्यसभा में पार्टी के उपनेता हैं और 10 जनपथ के विश्वासपात्र हैं। इस आधार पर उनकी भी दावेदारी मजबूत है। पी चिदम्बरम भी वरिष्ठता के आधार पर अपना दावा रख रहे हैं।
केसी वेणुगोपाल वैसे तो पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं,लेकिन राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए पद छोड़ने को तैयार हैं।वे इस बार राजस्थान से चुनकर राज्यसभा पहुंचे हैं।


