कांग्रेस ने तेलंगाना गठन के लिए कीमत चुकार्ई : सोनिया
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन अध्यक्ष सोनिया एवं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने शुक्रवार को तेलंगाना में अलग राज्य के लिए संघर्ष में अपने योगदान एवं तेरास सरकार पर निशाना साधते हुए चुनाव रैली को संबोधित किया

मेडचल। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को तेलंगाना में अलग राज्य के लिए संघर्ष में अपने योगदान एवं तेलंगाना राष्ट्र समिति(तेरास) सरकार पर निशाना साधते हुए चुनाव रैली को संबोधित किया।
श्रीमती गांधी ने हैदराबाद से 30 किलोमीटर दूर मेडचल में स्वयं को तेलंगाना का निर्माता बताया। उन्होंने कहा,“मैं लंबे समय के बाद अपने बच्चों को देखकर एक मां तरह भावुकता महसूस करती हूं।” उन्होंने कहा कि उनके लिए तेलंगाना का गठन करना आसान नहीं था और मैं आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना दोनों के कल्याण के बारे में सोचती थी।”
श्रीमती गांधी ने कहा कि उन्होंने जब अलग राज्य का गठन करने का फैसला किया तब तेलंगाना के लोगों के आंदोलन को भी देखा। यह कांग्रेस की राजनीतिक हार थी और इस फैसले से सरकार फंस गई।
उन्होंने कहा “ हमने राज्य को बांटने की कीमत चुकाई है। हम आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देना चाहते हैं और राज्य के लोगों को आश्वस्त करते हैं कि हम इस पर कायम रहेंगे।” उन्होंने कहा कि राज्य की हालत देख कर दुख होता है और राज्य के लोगों से जानना चाहा कि पिछले चार साल में उनके कितने सपने पूरे किये गए हैं।
श्रमती गांधी ने कहा कि किसान अब भी पानी के लिए तरस रहे हैं और आत्महत्या कर रहे हैं। वर्तमान सरकार ने संप्रग सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल को लागू नहीं करके किसानों को बर्बाद किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि के. चंद्रशेखर राव की सरकार ने अपना हित देखा, राज्य की जनता का नहीं। लोग मनरेगा का लाभ नहीं ले सके। राज्य के युवा रोजगार की कमी की वजह से निराश है।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अलग राज्य की मांग को लेकर जब लोग लड़ रहे थे तब श्रीमती गांधी उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी थी। तेलंगाना का गठन यहां के भोले-भाले लोगों के खून से हुआ है। श्रीमती सोनिया ने भी तेलंगाना के लिए कठोर परिश्रम एवं योगदान दिया।
श्री गांधी आने वाले दिनों में उत्तरी एवं दक्षिणी तेलंगाना के विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार के लिए जाएंगे, जहां सात दिसंबर को चुनाव होगा।


