कांग्रेस, नेकां उम्मीदवारों ने अपने नेताओं को प्रचार से दूर रखा : जितेन्द्र
डॉ. सिंह ने रामबन जिले में राजगढ़ के सुदूरवर्ती इलाके में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जहाँ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) दोनों से ही मुकाबला करना पड़ रहा है

जम्मू। केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने बुधवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की प्रगति के लिए हो रहे जिला विकास परिषदों के चुनाव अभियान में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवारों ने अपने शीर्ष नेताओं को प्रचार से दूर रखा है।
डॉ. सिंह ने रामबन जिले में राजगढ़ के सुदूरवर्ती इलाके में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जहाँ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) दोनों से ही मुकाबला करना पड़ रहा है। वहीं सबसे दिलचस्प बात यह सामने आ रही है कि कांग्रेस के उम्मीदवार अपनी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सरीखे अपने केंद्रीय नेताओं या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तक को आमंत्रित करने के लिए इच्छुक नहीं हैं, क्योंकि उन्हें आशंका है कि उन्हें यहां मतदाताओं का विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
इसी तरह नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीवार चुनाव अभियान में अपने शीर्ष नेता फारूख अब्दुल्ला या फिर उमर अब्दुल्ला को नहीं बुलाना चाहते क्योंकि उन्हें डर है कि उनके आने से उनके वोट कम हो जाएंगे।
डॉ. सिंह ने कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश में आजादी के बाद पहली बार हो रहे जिला विकास परिषद के चुनावों में लोकतंत्र के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हुआ है, इन चुनावों ने पहली बार विपक्षी दलों में आंतरिक विरोधाभास भी उजागर हुआ है।
उन्होंने पिछले छह वर्षों में राज्य में अभूतपूर्व विकास का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 2014 से पहले राजगढ़ के साथ सड़क संपर्क नहीं था और कई बार अचानक भूस्खलन के कारण हमें वापस लौटना पड़ता था।


