मप्र में कांग्रेस नेताओं ने शिवराज व उनके परिवार पर जमकर हमले बोले और गिरफ्तारियां दीं
भोपाल ! मध्य प्रदेश में गुटबाजी के लिए पहचानी जाने वाली कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने एक मंच पर आकर एकजुटता का संदेश देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व उनके परिवार पर जमकर हमले

भोपाल ! मध्य प्रदेश में गुटबाजी के लिए पहचानी जाने वाली कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने एक मंच पर आकर एकजुटता का संदेश देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व उनके परिवार पर जमकर हमले बोले और गिरफ्तारियां दीं। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के आह्वान पर बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के परिवार द्वारा नर्मदा नदी में अवैध रेत उत्खनन, जासूसी कांड में भाजपाइयों की संलिप्तता, 2200 करोड़ रुपयों का कटनी हवालाकांड, जिसमें मुख्यमंत्री के चहेते राज्यमंत्री संजय पाठक की संलिप्तता, व्यापमं घोटाला, किसानों की समस्याओं को लेकर विधानसभा के घेराव और प्रदर्शन का ऐलान किया।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व उनके परिवार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है, "राज्य में हुए व्यापमं घोटाले, रेत के अवैध खनन और पोषण आहार घोटाले में मुख्यमंत्री चौहान और उनका परिवार शामिल है। चौहान चाहें तो वह उनके इन आरोपों के खिलाफ मानहानि का मामला लेकर अदालत जा सकते हैं।"
सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा, "वे डरे नहीं, अपना संघर्ष जारी रखें। व्यापमं घोटाले में एक मंत्री तो जेल चला गया, मगर वह व्यक्ति अब भी बचा हुआ है, जिसने मलाई खाई है।"
सिंह ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि उनके पास सरकार के किसी भी व्यक्ति के खिलाफ प्रमाण हो तो उन्हें सौंप दे। वह इन दस्तावेजों के सहारे लड़ाई लड़ेंगे।
कांग्रेस राज्य की सत्ता से 13 वर्षो से बाहर होने की बात का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा, "भाजपा की 13 साल से सत्ता है और हम इससे बाहर हैं। हम में कमी रही है और हम एक साथ नहीं लड़ पाए। अब हमें ऐसी लड़ाई लड़ने की जरूरत है, जिससे शिवराज को सत्ता से बेदखल किया जा सके।"
पूर्व केंद्रीय मत्री और सांसद कमलनाथ ने राज्य सरकार की कारगुजारियों पर हमला बोला और कहा, "अब शिवराज और उनकी सरकार की कलाकारी नहीं चलने वाली है। आगामी 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सरकार को उखाड़ फेकेंगे।" इससे पहले कमलनाथ ने पत्रकारों से कहा कि उनका कोई गुट नहीं है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश सरकार की नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह नर्मदा सेवा नहीं, सर्वे यात्रा है। उन्होंने कहा, "किसान को जिस तरह से खेत से प्यार होता है, भाजपा के नेताओं को ठीक इसी तरह से रेत से प्रेम हो गया है, यह जानने का विषय है कि रेत खनन की लीज एक ही दल से जुड़े लोगों को ही क्यों मिलती है।"
सिंधिया ने हाल ही में राज्य में पाक को खुफिया जानकारी देने के आरोपों में पकड़े गए आरोपियों में कई की भाजपा से संलिप्तता उजागर होने का जिक्र करते हुए कहा, "जो 11 आरोपी पकड़े गए हैं, उनमें चार आरोपी सीधे तौर पर भाजपा से जुड़े हुए हैं, इसलिए शीशे के घरों में रहने वाले भाजपा नेताओं को दूसरे के घरों में नहीं झांकना चाहिए।"
पार्टी के प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश ने कार्यकर्ताओं से सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का आह्वान किया। प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने प्रदेश सरकार पर जमकर वार किए। सभा को राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज बरार ने भी संबोधित किया।
वहीं प्रशासन और पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विधानसभा की ओर बढ़ने से रोकने के लिए टीन शेड क्षेत्र के चारों ओर बेरीकेट्स लगाए गए, पुलिस जवानों की तैनाती की गई। सभा खत्म होते ही पुलिस बल कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को मंच के पीछे ही रोक लिया। दूसरी ओर विधानसभा की ओर बढ़ते कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग किया। उसके बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को बस में भरकर अस्थायी जेल नेहरूनगर मैदान ले गए, बाद में सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया।


