हरियाणा में कुश्ती के अखाड़े में पहुंचे राहुल गांधी, बहादुरगढ़ में की बजरंग पूनिया से मुलाकात
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार (27 दिसंबर) को सुबह-सुबह हरियाणा के झज्जर के छारा गांव में पहलवानों से मिलने उनके अखाड़े में पहुंचे

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार (27 दिसंबर) को सुबह-सुबह हरियाणा के झज्जर के छारा गांव में पहलवानों से मिलने उनके अखाड़े में पहुंचे। यह गांव बजरंग और दीपक पूनिया का है। राहुल ने बजरंग के साथ काफी देर अखाड़े में कुश्ती भी की।
राहुल करीब पौने घंटे तक अखाड़े में रहे। इस दौरान उन्होंने अखाड़े में कुश्ती के दांव-पेंच सीखने वाले नए पहलवानों और कोच वीरेंद्र से बातचीत की। वीरेंद्र ने ही बजरंग और दीपक पूनिया को कुश्ती के दांव-पेंच सिखाए थे। दोनों ने इसी अखाड़े में कुश्ती की शुरुआत की थी।
बजरंग ने बताया कि राहुल अखाड़े में हमारा रूटीन देखने आए थे कि एक खिलाड़ी का जीवन कैसा होता है। यहां से वे दिल्ली की तरफ रवाना हो गए।
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) में चल रहे विवाद के बीच राहुल के इस दौरे को अहम माना जा रहा है। बजरंग, साक्षी और विनेश फोगाट WFI के हाल के चुनाव से खुश नहीं थे। उन्होंने अपने अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया है।
रेसलर बजरंग पूनिया के कोच और अखाड़े के संचालक वीरेंद्र ने बताया कि हम तो रूटीन में प्रैक्टिस करा रहे थे। सुबह करीब सवा 6 बजे अचानक राहुल अखाड़े पहुंचे। हम सभी देखकर हैरान रह गए। राहुल ने पहले सभी का हाल-चाल पूछा और फिर खिलाड़ियों के साथ खुद प्रैक्टिस की।
उन्होंने बताया कि उन्हें खेल के बारे में बहुत जानकारी है। हमारी पहलवानों के प्रकरण पर भी उनसे बात हुई। हमने बताया कि पहलवान खासकर महिला पहलवान बहुत मानसिक परेशानी झेल रही हैं, लेकिन उनके हाथ में क्या है।


