कांग्रेस नेता कर्ण सिंह के बेटे ने कश्मीर फैसले का किया पूर्ण समर्थन
पुराने कांग्रेसी नेता कर्ण सिंह ने गुरुवार को माना कि जम्मू-कश्मीर के संबंध में सरकार द्वारा लिए गए फैसले में कई सकारात्मक पहलू हैं

नई दिल्ली। पुराने कांग्रेसी नेता कर्ण सिंह ने गुरुवार को माना कि जम्मू-कश्मीर के संबंध में सरकार द्वारा लिए गए फैसले में कई सकारात्मक पहलू हैं, वहीं उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह ने भारतीय संघ में जम्मू-कश्मीर के एकीकरण का पूर्ण रूप से समर्थन किया है। जम्मू एवं कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य विक्रमादित्य सिंह ने अनुच्छेद-370 को निरस्त कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के सरकार के फैसले पर अपने एक बयान में कहा, "मैं इस कदम का पूरी तरह से समर्थन करता हूं।"
उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद राज्य की महिलाओं और अल्पसंख्यकों को भारत के संविधान के तहत समान दर्जा मिलेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नए जम्मू-कश्मीर में व्यापार और औद्योगिक विकास के साथ रोजगार के अधिक अवसर होंगे।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, "यह जम्मू एवं कश्मीर के साथ लद्दाख में हम सभी के लिए एक नए युग की शुरुआत है। भारत के साथ जम्मू एवं कश्मीर के पूर्ण एकीकरण और इसका पुनर्गठन सचमुच एक ऐसा कदम है जिसका मैं पूरी तरह से समर्थन करता हूं।"
उन्होंने कहा, "अब जम्मू एवं कश्मीर में महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदायों भारत के संविधान के तहत समान अधिकार मिलेगा।"
उन्होंने कहा, "मैं इसे हमारे युवाओं के लिए एक प्रगतिशील और शांतिपूर्ण वातावरण में अधिक से अधिक व्यापार, औद्योगिक विकास के साथ निजी क्षेत्र के निवेश और बेहतर रोजगार के अवसरों के तौर पर देख रहा हूं।
सिंह ने कहा, "मैं अपने पिता डॉ. कर्ण सिंह द्वारा आज सुबह व्यक्त किए गए विचारों का भी समर्थन करता हूं।"


