कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उठाए ईवीएम पर सवाल
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज दिल्ली में जारी मतगणना के बीच ईवीएम का मुद्दा उठाया

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज दिल्ली में जारी मतगणना के बीच ईवीएम का मुद्दा उठाया है। शुरुआती रुझानों में आम आदमी पार्टी (आप) को बढ़त दिखाई गई है जबकि दूसरे स्थान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस तीसरे स्थान पर है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ईवीएम टेंपर-प्रूफ नहीं हैं और कोई विकसित देश इनका उपयोग नहीं करता है।
उन्होंने ट्वीट किया, "चिप वाली कोई मशीन टेंपर-प्रूफ नहीं है। और कृपया एक मिनट के लिए सोचें कि विकसित देश ईवीएम का उपयोग क्यों नहीं करते?"
No Machine which has a Chip is Tamper Proof. Also please do for a moment think, why no Developed Country uses EVM?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) February 11, 2020
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तथा चुनाव आयोग से ईवीएम का मुद्दा उठाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, "क्या चुनाव आयोग और माननीय सुप्रीम कोर्ट भारत में ईवीएम मतदान के मुद्दे पर एक बार फिर सोचेंगे? हम दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र हैं, और हम कुछ बेईमान लोगों को चुनाव परिणाम हैक करने और 1.3 अरब लोगों के जनादेश को चुराने की अनुमति नहीं दे सकते।"
Would CEC and Hon Supreme Court please have a fresh look on EVM voting in India? We are the largest Democracy in the World, we can't allow some Unscrupulous People to Hack Results and steal the Mandate of 1.3 Billion People.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) February 11, 2020
दिग्विजय सिंह ने जोर देकर कहा कि पोस्टल बैलटों की भी गिनती की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, "अगर उनका काउंटिंग यूनिट के वोटों से मिलान होता है तो परिणाम की घोषणा कर दें। अगर उनका मिलान नहीं होता है तो सभी मतदान केंद्र के बैलटों की गिनती सदन में की जाए। इससे सभी लोग सहमत होंगे और समय भी बचेगा क्योंकि चुनाव आयोग ईवीएम के पक्ष में लगातार यही तर्क देता रहा है।"
If they match the Votes in the Counting Unit. Declare the result. If they don't match then count the Ballots of all Polling Booths in the Assembly.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) February 11, 2020
It would convince every one and save time also as this has been the consistent arguement of CEC in favour of EVM.
शीला दीक्षित की अगुआई में राज्य में 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस दिल्ली में खाता खोलने के लिए भी जूझ रही है।


