कांग्रेस ने शुरू की चुनावी कसरत
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अंदर चुनावी सरगर्मियां साफ तौर पर नजर आने लगी

मंथन और समीक्षा के साथ दिग्गजों के काम को टटोला गया
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अंदर चुनावी सरगर्मियां साफ तौर पर नजर आने लगी है। इसमें लगातार बैठकों का दौर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के अगुवाई में चल रहा है। इस बैठकों में समीक्षा और काम के महत्व को आंका जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सत्ता में वापसी को लेकर पार्टी में काफी उतावलापन फिलहाल नजर आ रहा है। वहीं विपक्षी तैयारी में जुटे हुए है। उनके प्रदेश कार्यालय में मंथन का दौर जारी है। आज पीसीसी की तीन महत्वपूर्ण बैठके हुई है इसमें एक महत्वपूर्ण बैठक नगरीय निकायों के अध्यक्ष व महापौर की उपस्थिति में हुई है, जबकि दूसरी रिसर्च कमेटी की है जिसमें मिशन 2018 में सत्तारूढ़ दल भाजपा को कैसे हटाया जाए इस पर विचार विमर्श हुआ है। पार्टी किसी कीमत पर वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कमजोर नहीं पड़ना चाहती है। यही वजह है कि पार्टी से अलग हुए या निष्कासित किए गए नेताओं के संदर्भ में चर्चाएं हुई है और वापसी का रास्ता निकाला जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नगरीय निकायों के अध्यक्ष और महापौर की बैठक रंगमंदिर परिसर में हुई है जिसमें रायपुर, भिलाई, धमतरी, बिलासपुर, राजनांदगांव, दुर्ग सहित 27 जिलों में कांग्रेस के महापौर और अध्यक्ष शामिल हुए हैं। इन लोगों ने प्रदेशभर में कांग्रेस को विधानसभा के अनुरूप पहुंचाने को लेकर विचार विमर्श किया है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने बैठक की अगुवाई की है और कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर दिशा निर्देश दिया है।
ऐसा बताया जा रहा है कि नवंबर माह में राज्य विधानसभा के चुनाव होने वाले है आमतौर पर सभी राष्ट्रीय दल चुनाव के दो-चार माह पहले उपरोक्त बैठके कर संभावनाओं को तलाशते हैं परंतु यहां प्रदेश प्रभारी श्री पुनिया ने हर कांग्रेसी को यह समझा दिया है कि अगर सत्ता का सूख भोगना है तो अभी बूथ स्तर की कमेटियों के साथ बेहतर काम कर जनता में संदेश देना होगा। उन्होंने बताया कि बैठक में यह समझाने का प्रयास हुआ है कि प्रदेश के अंदर पार्टी की जीत को लेकर माहौल दिख रहा है। लेकिन विपक्षी सत्ता से बेदखल नहीं होना चाहेंगे। ऐसे में सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को एकजुटता दिखाकर काम करना होगा। दूसरी बैठक चुनाव अभियान समिति की हैं जिसमें कांग्रेस के बागी और निष्कासित कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को लेकर की गई है।
इसमें पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि हाल के दिनों में कांग्रेस के प्रदर्शन से राज्य की जनता में एक अच्छा संदेश गया है। साथ ही कांग्रेस की पकड़ मजबूत दिखलाई दे रही है। इसलिए पिछली गलतियों को सुधारते हुए रणनीति बनाकर काम करने की आवश्यकता है। इस वक्त कांग्रेस के पास काफी विषय है जो जनता को कांग्रेस के लिए माहौल देंगे। इस बैठक में वरिष्ठ कांग्रेसी सत्यनारायण शर्मा, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया,सचिव कमलेश्वर पटेल, डॉ. चरणदास महंत, पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, धनेन्द्र साहू, रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, मनोज मंडावी, देवती कर्मा, कवासी लखमा इत्यादि शामिल हुए। इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण बैठक कांग्रेस भवन के अंदर हुई है। जिसमें अनुसंधान समिति की बैठक में यह विचार विमर्श किया गया कि कांग्रेस के कौन एजेण्डा हो सकते है जिस पर आम मतदाताओं को प्रभावित किया जा सके। युवा कार्यकर्ताओं से लेकर महिला कार्यकर्ता व कांग्रेस की विभिन्न कमेटियां 2018-19 को लेकर किस तरह से आम लोगों के बीच जाए और संदेश दे यह चर्चा का विषय रहा है। इसमें 27 जिलों के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया है। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के साथ डॉ. चरणदास महंत, राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा, कार्यकारी शिव डहरिया, रामदयाल चौहान, व मीडिया प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी, महामंत्री गिरीश देवांगन सहित कई प्रमुख नेता सम्मिलित हुए।


