राम मंदिर के निर्माण को बाधित करने का प्रयास कर रही है कांग्रेस: भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता शशि थरूर के अयोध्या पर दिये गये बयान पर आज कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण में बाधा डालने का प्रयास करार दिया

नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता शशि थरूर के अयोध्या पर दिये गये बयान पर आज कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण में बाधा डालने का प्रयास करार देते हुए कांग्रेस को चेतावनी दी कि वह हिन्दुओं के धैर्य की परीक्षा नहीं ले।
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिंह राव ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री गांधी कभी राम भक्त बन जाते हैं तो कभी खुद को शिव भक्त कहलाने लगते हैं लेकिन उनकी पार्टी बार-बार राममंदिर के निर्माण को बाधित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि श्री गांधी स्पष्ट करें कि राम मंदिर को लेकर कांग्रेस आखिर चाहती क्या है।
राव ने कांग्रेस के प्रति चेतावनी भरे स्वर में कहा, “आप हिन्दुओं के धैर्य की परीक्षा न लें।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अनेक नेता ने बार-बार बयान देकर जाहिर किया है कि अयोध्या में राममंदिर न बने।
वोट बैंक की राजनीति के कारण कभी अदालत में राम मंदिर का फैसला नहीं देने और कभी दूसरे मामले उठा कर फैसला टलवाने का प्रयास करते रहे। कांग्रेस अध्यक्ष श्री गांधी कभी राम भक्त बन जाते हैं तो कभी शिव भक्त बन जाते हैं तथा कभी पर्दे के पीछे कहते हैं कि कांग्रेस तो मुसलमानों की पार्टी है। वह एक समुदाय को अहसास कराते हैं कि वह राममंदिर नहीं बनने देंगे।
उन्होंने कहा कि अगर श्री गांधी खुद को भक्त मानते हैं तो क्यों उच्चतम न्यायालय के निर्णय को रुकवाने का प्रयास करते हैं। अदालत को गुमराह करने के लिए क्यों नये-नये मुद्दे उठाते हैं। अाखिर वह मंदिर के निर्माण को रुकवाने का षड़यंत्र क्यों कर रहे हैं। श्री शशि थरूर विवादित ढांचे के ध्वंस की करीब तीन दशक पुरानी घटना को मंदिर निर्माण से जोड़ने का प्रयास करके एक और बाधा खड़ी कर रहे हैं जबकि सब लोग मंदिर के निर्माण के लिए उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में तेलुगु देशम पार्टी के सांसद सी एम रमेश और तेलंगाना राष्ट्र समिति के एक नेता के यहां आयकर विभाग के छापों पर श्री राव ने कहा कि ये छापे उन पर राजनीतिक कारणों से नहीं पड़े हैं। ये नेता कारोबारी एवं उद्याेगपति हैं और छापे उनके कारोबार से जुड़े मामलों को लेकर पड़े हैं।


