कांग्रेस ने महाभियोग प्रस्ताव उपराष्ट्रपति को सौंपा
कांग्रेस के महाभियोग प्रस्ताव पर संसद भवन में एक अहम बैठक हुई जिसमें 7 दलों का समर्थन मिला।

नई दिल्ली। कांग्रेस के महाभियोग प्रस्ताव पर संसद भवन में एक अहम बैठक हुई जिसमें 7 दलों का समर्थन मिला।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लेकर उपराष्ट्रपति से मिलने पहुंचे। विपक्षी नेताओं में केटीएस तुलसी, अभिषेक मनु सिंघवी, कपिल सिब्बल, एनसीपी की वंदना चौहान, सीपीआई के डी. राजा शामिल थे। लेकिन आरजेडी और टीएमसी अभी इस प्रस्ताव की मुहिम से दूरी बनाए हुए हैं।

बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रेंस कॉनफ्रेंस में कहा कि 71 सांसदों ने महाभियोग प्रस्ताव (सीजेआई के खिलाफ) पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन जैसा कि 7 ने अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं, अब 64 है।
आपको बता दे कि मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के नोटिस के लिए कम से कम 50 सांसदों के समर्थन की जरुरत होती है।
कपिल सिब्बल ने कहा कि न्यायपालिका कमजोर हो रही है और इससे लोकतंत्र खतरे में पड़ा है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किये जाएगें। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के पास मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने के सिवा कोई विकल्प नहीं बचा है।

आपको बता दे कि जज लोया की मौत को लेकर दायर याचिका को सुप्रीम कोर्ट की ओर से खारिज किये जाने के बाद के हालत पर इस बैठक में चर्चा हुई।


