राफेल मामले में कांग्रेस ने कैग को सौंपे नए तथ्य
कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर दोबारा आज नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) को तीन नये तथ्यों के साथ ज्ञापन सौंपा और कहा कि यह बहुत बड़ा घोटाला है और इसकी व्यापक जांच करायी जानी चाहिए

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर दोबारा आज नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) को तीन नये तथ्यों के साथ ज्ञापन सौंपा और कहा कि यह बहुत बड़ा घोटाला है और इसकी व्यापक जांच करायी जानी चाहिए।
INC COMMUNIQUE
— INC Sandesh (@INCSandesh) October 4, 2018
Copy of Memorandum submitted to CAG of India by delegation of senior Congress leaders @ahmedpatel, @AnandSharmaINC, Jairam Ramesh, @rssurjewala, @SinghRPN and @VTankha on #RafaleScam. (1/2) pic.twitter.com/D3ILQkkNkf
कैग से मिलने गए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, जयराम रमेश, रणदीप सिंह सुरजेवाला, आरपीएन सिंह तथा रमेश तंखा ने संवाददाताओं से कहा कि कैग ने पार्टी प्रतिनिधि मंडल द्वारा पेश नये तथ्यों के आधार पर मामले की जांच का भरोसा दिया है।
शर्मा और सुरजेवाला ने कहा कि ज्ञापन के जरिए कैग को बताया गया है कि कांग्रेस राफेल सौदे को लेकर जो बात शुरू से कह रही है उन तथ्यों की पुष्टि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने पिछले दिनों की है।
उन्होंने कहा था कि भारत सरकार ने ही एचएएल की जगह अनिल अम्बानी की कंपनी को राफेल ठेका दिया है। ओलांद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच यह समझौता हुआ था।
उन्होंने कहा कि कैग को रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव एक्विजीशन द्वारा इस सौदे को लेकर की गयी आपत्तियों की जानकारी भी दी गयी है। संयुक्त सचिव ने सवाल उठाया था कि यह सौदा तीन गुना अधिक रकम पर क्यों किया जा रहा है। बाद में उनकी आपत्ति को दरकिनार कर एक अन्य अधिकारी से इस सौदे काे अनुमोदित किया गया और इस अधिकारी को पदोन्नति दी गयी है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इसके साथ ही यह भी शिकायत की गयी है कि मीडिया के कुछ हिस्सों में खबरें आयी हैं कि कैग जल्द ही सरकार को राफेल मामले में क्लीन चिट दे देगा। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि इस संवैधानिक संस्था पर सरकार को क्लीनचिट देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।


