खेतों के लिए पानी छोड़ने कांग्रेस ने दिया धरना
कांग्रेस ने महिलाओं और किसानों के साथ भूमि के जलस्तर में गिरावट रोकने हसदेव बांगो नहर में पानी छोड़ने की मांग को लेकर हसदेव बांगो परियोजना कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया।

खरसिया। कांग्रेस ने महिलाओं और किसानों के साथ भूमि के जलस्तर में गिरावट रोकने हसदेव बांगो नहर में पानी छोड़ने की मांग को लेकर हसदेव बांगो परियोजना कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। आखिर जलसंसाधन विभाग के अधिकारीयों को झुकना पड़ा, जनहित के इस मुद्दे पर को उच्चाधिकारियों से चर्चा करने के उपरांत एवं विधायक उमेश पटेल से हुई पहल के आधार पर शाम को दर्री बैराज (कोरबा) से नहर में पानी छोड़ने को सहमत हो गए।
लगातार बढ़ रहे तापमान से जल स्तर दिन-ब-दिन कम होता जा रहा है। अधिकांश ट्यूबवेल पानी देना बंद कर चुके हैं। वहीं कुएं भी सूखते चले जा रहे हैं। यही हाल ग्रामीण क्षेत्र में तालाबों का भी हो गया है। जिसके चलते सबसे ज्यादा परेशानी मूक पशुओं को हो रही है। प्यास की वजह से वह बेचारे दम तोड़ते नजर आ रहे हैं साथ ही किसान भी परेशान हैं कि उनकी खड़ी फसल पानी के अभाव में सूखती जा रही है। इन्हीं सब कठिनाइयों के मद्देनजर 30 मार्च को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी खरसिया ने हसदेव बांगो परियोजना कार्यालय में गांधीगिरी की।
नहरों में पानी छोड़ने के लिए अपनी आवाज बुलंद करने क्षेत्र के किसानों सहित सैकड़ों महिलाएं भी उपस्थित हुईं। सूचना मिलने पर टीआई के एल नंद एवं चौकी प्रभारी चिंतामणी मालाकार एवं एएसआई जे आर सिंह भी मौके पर पहुंचे। अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए माहौल जब गर्म होने लगा तो कांग्रेसियों ने गांधीजी के सिद्धांतों को अपनाते हुए रघुपति राघव राजाराम गा कर अपना विरोध प्रदर्शन प्रारंभ किया। देखते ही देखते सभी अधिकारी अभिभूत हो गए और स्वयं आकर धरना में बैठे हुए किसानों के मध्य बैठ गए।
विधायक उमेष पटेल की पहल पर जल संसाधन विभाग के सीई और बैराज के कार्यपालन यंत्री ने दूरभाष पर खरसिया के जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को नहर में पानी छोड़ने के लिये आन्दोलनकर्ताओं को आष्वासन देने को कहा। इस पर आन्दोलनकारियों की बात सीई से करवाई गई जिन्होने शीघ्र दर्री बैराज कोरबा से नहर में पानी छोड़ने का आष्वासन दिया जब जाकर हसदेव बांगो परियोजना कार्यालय में घेराव कर रहे लगभग 1000 किसानों एवं महिलाओं ने अपना धरना समाप्त किया। आन्दोलनकारियों ने शीघ्र पानी नहीं छोड़े जाने की स्थिति में फिर से चक्काजाम आन्दोलन की चेतावनी दी है।


