कांग्रेस की बौखलाहट चोर की दाढ़ी में तिनका : पीयूष गोयल
केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने राजस्थान में ईडी की एंट्री को लेकर कहा है कि यदि गहलोत सरकार पाक साफ है तो डरने की कहां जरूरत है लेकिन कांग्रेस की बौखलाहट बताती है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है

जयपुर। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने राजस्थान में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री को लेकर कहा है कि यदि गहलोत सरकार पाक साफ है तो डरने की कहां जरूरत है लेकिन कांग्रेस की बौखलाहट बताती है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है।
श्री गोयल मोदी सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रविवार को कोटपूतली में पत्रकारों से संवाद कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कांग्रेस की आपसी कलह पर तंज कसते हुए कहा कि साढ़े चार साल कांग्रेस अपने घर के अंदरूनी झगड़े को नहीं निपटा पाई, श्री गहलोत खुद अपनी पार्टी के निर्णयों को नहीं मानते। चुनावी समय में लाभ लेने के लिए आपसी झगड़े को छिपाकर जनता में मुफ्त की रेवड़ियां बांट रहे हैं।
श्री गोयल ने आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सरकार मोदी सरकार की योजनाओं को अटका रही है। राजस्थान में एक बड़े रेलवे प्रोजेक्ट के लिए गहलोत सरकार ने लिखित रूप से पत्र लिखकर भू-अधिग्रहण करने से मना कर दिया। जल जीवन मिशन में घरों तक पाईपलाईन बिछाने में गहलोत सरकार भ्रष्टाचारियों का साथ दे रही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा की पारदर्शी और सुशासन वाली सरकार बनाने को जनता एकजुट है।
श्री गोयल ने कहा कि अलवर में चंबल से पानी लाने के लिए केंद्र सरकार ने 5782 करोड़ की योजना को मंजूरी दी है लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार ने उसे भी अटका दिया। कांग्रेस सरकार अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे तक पूरे नहीं कर पाई। बेरोजगारी भत्ता और किसानों की कर्जमाफी जैसे वादे सफेद झूंठ निकले। प्रदेश में आज उद्योग,व्यापार चौपट हैं विकास की गति पूरी तरह रूक चुकी है। वहीं जब साढ़े चार साल बीत गए तब घोषणाओं के नाम पर आमजन को भ्रमित करने का काम कर रही है।
उन्होंने अपनी मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि यह संवेदनशील सरकार है, जिसने नौ साल में भारत को पांचवी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा कर दिखाया है। बिना किसी भेदभाव और नई संभावनाओं के साथ काम किया है। उन्होने कहा कि नौ साल में लंबे समय से अटकी विकास परियोजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन किया है।


