कांग्रेस ने अवैध उत्खनन को लेकर सदन से बहिर्गमन किया
मध्यप्रदेश विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने आज अवैध उत्खनन के मामले में सरकार पर गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने आज अवैध उत्खनन के मामले में सरकार पर गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया।
कांग्रेस के डॉ गोविंद सिंह, महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और आरिफ अकील की ध्यानाकर्षण सूचना पर चर्चा के दौरान यह बहिर्गमन हुआ। डॉ सिंह ने भिंड जिले में खनिज माफिया और प्रशासन की मिलीभगत से अवैध उत्खनन का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि अवैध उत्खनन के मामले में वे 17 ध्यानाकर्षण लगा चुके हैं। उन्होंने खनिज अधिकारी और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की। कालूखेड़ा ने कहा कि अशोकनगर जिले में खनिज माफिया पर जुर्माना करने वाले अधिकारी का स्थानांतरण कर दिया गया।
आठ महीने से खनिज माफिया पर प्रकरण दर्ज है, लेकिन दोषियों पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने मांग की कि दोषियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने अपने उत्तर में कहा कि अवैध उत्खनन बंद कराया जाएगा और दोषी लोगों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने अशोकनगर के फरार आरोपियों पर भी तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि 2011 में वे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए थे। उसमें अवैध रेत उत्खनन पर चर्चा हुई थी। आज भी उस पर ही चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं है।
सिंह ने कहा कि अवैध उत्खनन के मामले में सरकार गंभीर नहीं है, इसलिए कांग्रेस के सदस्य सदन से बहिर्गमन करते हैं। इसके बाद कांग्रेस के सभी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।
कांग्रेस के निशंक कुमार जैन ने विदिशा जिले की गंजबासोदा और ग्यारसपुर तहसील के गांवों के स्कूलों में पहुंच मार्ग नहीं होने संबंधी एक अन्य ध्यानाकर्षण सूचना पर लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह के जवाब से असंतुष्ट होकर बहिर्गमन कर दिया।


