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कांग्रेस ने ट्रैक्टर रैली हिंसा पर जेपीसी जांच की मांग की

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने और किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की पूरी तरह से जांच करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति की मांग की

कांग्रेस ने ट्रैक्टर रैली हिंसा पर जेपीसी जांच की मांग की
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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने और किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की पूरी तरह से जांच करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग की। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए चौधरी ने कहा कि सुरक्षा का दायित्व केंद्र सरकार पर है।

चौधरी ने कहा, "आपने (सरकार) किसानों को ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति देने का फैसला किया। आपने मार्ग तय किया .. फिर उधमी लाल किले तक कैसे पहुंचे? पूरी घटना संदिग्ध लगती है, इसलिए इसकी गहन जांच की जरूरत है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी चर्चा में तल्लीन थे और इस दौरान चौधरी ने कहा कि हिंसा की योजना उन लोगों द्वारा बनाई गई थी जो सरकार के करीबी प्रतीत होते हैं।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने कहा, "अमित शाह जी एक सख्त मंत्री हैं, लेकिन उनके गृह मंत्री होने के बावजूद असामाजिक तत्वों ने कैसे सुरक्षित लाल किले में प्रवेश करने की हिम्मत की? ऐसा लगता है कि जिन घटनाओं के कारण हिंसा हुई, वह उन निर्दोष और गरीब किसानों की छवि को खराब करने की साजिश का हिस्सा है, जो दो महीने से राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं।"

उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बालाकोट हवाई हमले (एयर स्ट्राइक) की जानकारी के कथित लीक होने पर आधिकारिक राज अधिनियम (कोड ऑफ ऑफिशियल सिक्रेट्स एक्ट) का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया।

कांग्रेस नेता ने कहा, "सरकार के चार शीर्ष अधिकारी ही ऐसी गोपनीय सुरक्षा सूचनाओं के बारे में जानते थे, लेकिन एक टीवी पत्रकार को हवाई हमले से पहले गुप्त समाचार मिला। यह एक गंभीर उल्लंघन है और हम जांच की मांग करते हैं।"

युवा पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के विवादास्पद ट्वीट के बाद हाल के ट्विटर युद्ध को रेखांकित करते हुए, चौधरी ने कहा कि ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर सरकार और उसके सक्रिय समर्थकों को 18 वर्षीय लड़की के पीछे पड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है, जो केवल किसानों का समर्थन कर रही थी।

उन्होंने कहा, "इन दिनों दुनिया बहुत बदल गई है और लोग दुनिया भर में होने वाली घटनाओं पर राय देते हैं। ग्रेटा केवल किसानों के मुद्दे का समर्थन कर रहीं हैं।" उन्होंने कहा, "जब हमारे प्रधानमंत्री अमेरिका जाते हैं और कहते हैं कि 'अबकी बार ट्रंप सरकार'। तब इसका कोई विरोध नहीं करता। तो फिर हम किसानों के समर्थन में एक बच्ची के ट्वीट के बारे में चिंतित क्यों हैं?


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